6000 में रशियन, ₹2000 में इंडियन और ₹500 में कमरा...इस राज्य में तहखाने से चल रहा था ‘क्यूबिकल सेक्स रैकेट’, व्हाट्सएप पर बिक रही थीं लड़कियां

punjabkesari.in Monday, Jul 14, 2025 - 03:05 PM (IST)

कानपुर: सिर्फ एक मैसेज... और फिर फोन की स्क्रीन पर हाजिर हो जाती थी लड़कियों की तस्वीरों से भरी रेट लिस्ट। ₹6000 में विदेशी मॉडल, ₹2000 में इंडियन लड़की और ₹500 में दो घंटे के लिए एक गुप्त कमरा। कानपुर के कल्याणपुर इलाके में पुलिस ने ऐसा सेक्स रैकेट पकड़ा है, जिसने देह व्यापार को मोबाइल चैट्स और डिजिटल पेमेंट तक सीमित कर दिया था। व्हाट्सएप के जरिए सौदा तय होता, पसंद आने पर लड़की ‘डिलीवर’ कर दी जाती—या फिर ग्राहक खुद तहखाने में बने ‘क्यूबिकल’ में चला जाता, जहां दो घंटे तक सब कुछ ‘प्लान’ के मुताबिक होता था।

तहखाने से चलाई जा रही थी 'क्यूबिकल सर्विस'
इस देह व्यापार नेटवर्क की सबसे चौंकाने वाली बात ये थी कि अगर ग्राहक के पास प्राइवेट जगह नहीं हो, तो गिरोह खुद छोटे-छोटे कमरे—जिसे ‘क्यूबिकल’ कहा जाता था-मात्र ₹500 में दो घंटे के लिए किराए पर देता था। ये क्यूबिकल्स एक मकान के तहखाने में विशेष रूप से बनाए गए थे। पुलिस ने जब वहां छापा मारा, तो एक के बाद एक रूम की कतारें मिलीं, जिन्हें देह व्यापार के लिए पूरी तरह अनुकूल बनाया गया था।

लड़कियों की फोटो और रेट पहले ही भेजे जाते थे
गिरोह व्हाट्सएप के जरिए ग्राहकों से जुड़ता था। पहले से ही लड़कियों की तस्वीरें और रेट लिस्ट भेजी जाती थी। ग्राहक की पसंद के अनुसार, महिला को होटल, फ्लैट या क्यूबिकल में भेजा जाता था। पूरा धंधा ऐप-आधारित बातचीत और डिजिटल पेमेंट पर चल रहा था, जिससे पुलिस को इसकी भनक लगने में देर लगी।

रशियन महिलाओं से लेकर कॉलेज गर्ल्स तक शामिल
यह कोई साधारण नेटवर्क नहीं था। जांच में सामने आया कि इसमें रशियन मूल की महिलाएं भी ग्राहक की डिमांड पर उपलब्ध कराई जाती थीं। साथ ही कई कॉलेज स्टूडेंट्स भी इस अवैध कारोबार में शामिल थीं। यह गिरोह सिर्फ कानपुर तक ही सीमित नहीं था, बल्कि इसका नेटवर्क अन्य शहरों में भी फैलने की संभावना है।

2 महिलाएं, 7 ग्राहक और नाबालिग गिरफ्तार
छापेमारी में पुलिस ने दो मुख्य संचालकों, दो महिलाओं और सात ग्राहकों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में एक युवती और दो नाबालिग लड़के भी शामिल हैं। मौके से कई आपत्तिजनक सामग्री, मोबाइल फोन, नकद राशि और रजिस्टर बरामद किए गए हैं।

PITA एक्ट के तहत केस दर्ज
एडीसीपी कपिल देव सिंह ने जानकारी दी कि इस मामले में PITA (Prevention of Immoral Trafficking Act) के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि यह गोरखधंधा कब से और किन-किन लोगों की शह पर चल रहा था। आसपास के इलाकों में भी नजर रखी जा रही है कि कहीं ऐसे और क्यूबिकल ठिकाने तो नहीं हैं।


 


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Content Writer

Anu Malhotra

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