दिवाली से पहले दलाल लगा रहे हैं रेलवे को चूना, पकड़े गए 86 लाख के टिकट

Monday, Nov 05, 2018 - 08:53 PM (IST)

नेशनल डेस्कः त्योहार के सीजन में दूर-सुदूर क्षेत्र में काम कर रहे लोग ट्रेन में एक टिकट कंफर्म कराने के लिए महीनों पहले से बुकिंग करने लगते हैं। लेकिन फिर भी टिकट मिलना मुश्किल हो जाता है। लेकिन मुंबई के वसई इलाके से सेंट्रल रेलवे की विजिलेंस स्क्वॉयड ने एक ऐसे ट्रैवल एजेंसी के दलाल को गिरफ्तार किया है। जो अवैध तरीके से रेलवे को लाखों का चूना लगा रहा था। दरअसल, इस दलाल के पास से 78 ई-टिकट बरामद हुए हैं। जिनकी कीमत करीब 3 लाख रुपये बताई जा रही है।



आरोपी दलाल का नाम विमल चंदा बताया जा रहा है और उसकी गिरफ्तारी आनंद नगर की एक ट्रैवल एजेसी से हई है। विमल के पास से 4000 से ज्यादा पुराने ई-टिकट मिले हैं, जिनकी कीमत करीब 86 लाख रुपये बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, इन टिकटों को पाने के लिए उसने 61 लोगों की आईडी का प्रयोग किया और अवैध सॉफ्टवेयर के जरिए टिकट बुक की। त्यौहारों की वजह से यह दलाल और भी ज्यादा सक्रिय हो गया था। हालांकि वेस्टर्न रेलवे दलालों को पकड़ने के ले बड़ा अभियान चला रही है। इससे पहले भी 40 दलालों को गिरफ्तार किया गया था, जिनके पास से 900 टिकट मिले थे। इन टिकटों की कीमत 16 लाख रुपए थी।



रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, त्यौहारों के समय लोगों को टिकट मिलने में मुश्किल होती है। ऐसे में यह दलाल ज्यादा रुपए लेकर टिकट बेचते हैं। यात्री भी हर कीमत पर ऐसी टिकटों को लेने में ज्यादा आनाकानी नहीं करते, क्योंकि त्यौहार के समय सभी को घर जाना होता है।



वेस्टर्न रेलवे के अधिकारी रविंद्र बाकर ने बताया कि बीते 20 दिनों में 1400 छापे मारे गए हैं। इस कार्रवाई में 244 दलाल पकड़े गए और उनसे करोड़ रुपये की टिकट बरामद हुईं। अब यह अभियान 30 नवंबर तक चलेगा। यात्रियों को दलालों से बचाने के लिए एक जागरुकता अभियान भी चलाया गया है, जिसमें उन्हें समझाया जा रहा है कि दलालों के चक्कर में न पड़ें, उनसे लिया हुआ टिकट नकली भी हो सकता है। इस अभियान के तहत यात्रियों से अपील की गई है कि वह अनाधिकृत डीलरों और दलालों से बचें, और उनसे टिकट न लें। ऐसा करना रेलवे नियमों के मुताबिक दंडनीय अपराध है।
 

Yaspal

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