केजरीवाल का दावा, 1978 में ''नरेंद्र दामोदर मोदी'' ने नहीं, ''नरेंद्र महावीर मोदी'' ने ली DU से डिग्

punjabkesari.in Saturday, May 07, 2016 - 02:00 AM (IST)

नई दिल्ली: प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी की बीए डिग्री से जुड़े विवाद को एक नया मोड़ देते हुए आम आदमी पार्टी (आप) ने आज आरोप लगाया कि मोदी के नाम से मिलते-जुलते नाम वाले किसी शख्स की डिग्री को प्रधानमंत्री की डिग्री के तौर पर पेश किया जा रहा है। इसके बारे में ‘आप’ के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह ‘‘धोखाधड़ी’’ करने जैसा है।   

 
इस बीच, केजरीवाल के आरोपों पर भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ निराधार आरोप लगाकर केजरीवाल अपने पद की गरिमा गिरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगस्तावेस्टलैंड मामले से ध्यान भटकाने के लिए यह सब किया जा रहा है जिसमें कांग्रेस शामिल है।   
 
केजरीवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह ‘‘पूरी जिम्मेदारी’’ के साथ कह सकते हैं कि दिल्ली विश्वविद्यालय डीयू के रिकॉर्ड में ‘‘नरेंद्र दामोदरदास मोदी’’ का कोई जिक्र नहीं है और नरेंद्र कुमार महावीर प्रसाद मोदी नाम के एक शख्स ने 1975 में दाखिला लिया था। मोदी की डिग्री को सार्वजनिक करने की मांग करते रहे केजरीवाल ने कहा कि मुद्दा यह नहीं है कि प्रधानमंत्री 10वीं पास हैं या 12वीं पास, मुद्दा यह है कि उन्होंने फर्जी प्रमाण-पत्रों की जानकारी दी है और देश के लोगों से धोखाधड़ी की है ।  
 
केजरीवाल ने कहा, आपको प्रधानमंत्री बनने के लिए किसी डिग्री की जरूरत नहीं होती। जरूरी नहीं है कि प्रतिभा औपचारिक शिक्षा का ही उत्पाद हो। कम औपचारिक शिक्षा प्राप्त व्यक्ति भी बहुत प्रतिभावान हो सकता है, जैसे अन्ना हजारे का उदाहरण लें । मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘पहले उन्होंने देश के सामने झूठ बोला, फिर उन्होंने अपने हलफनामे में झूठ बोला और अब डिग्री फर्जी निकल रही है। यह धोखाधड़ी का मामला है। यदि प्रधानमंत्री जैसे किसी व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप हैं तो यह गंभीर मामला है।’’ केजरीवाल ने दावा किया कि ‘आप’ कार्यकर्ताओं ने डीयू के सभी विभागों में ‘‘खोजबीन’’ की, यहां तक कि स्कूल ऑफ आेपन लर्निंग में भी गए, लेकिन न तो मोदी का पंजीकरण फॉर्म मिला और न उनकी डिग्री मिली। 

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