भारत और तुर्की के बीच निवेश की अपार संभावनाएं: PM मोदी

Monday, May 01, 2017 - 12:29 PM (IST)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में बुनियादी ढांचा, ऊर्जा और पर्यटन के क्षेत्र में निवेश करने के लिए तुर्की की कंपनियों को आमंत्रित करते हुए आज कहा कि भारत में कभी भी निवेश का माहौल उतना बढिय़ा नहीं था जितना आज है। तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन के साथ भारत-तुर्की कारोबार समिट को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत ने 2022 तक पांच लाख मकानों के निर्माण का लक्ष्य रखा है। पचास शहरों में मेट्रो रेल परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं तथा अगले कुछ वर्षों में नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता बढ़ा कर 175 गीगावाट करने का लक्ष्य है। रेलवे नेटवर्क का आधुनिकीकरण तथा राजमार्गों का उन्नयन किया जा रहा है। इसी तरह हवाई अड्डों के उन्नयन पर भी फोकस है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने बुनियादी ढांचा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की नीतियों में बदलाव किए हैं। मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में वर्ष 2008 में एर्दोगन की भारत यात्रा के समय दोनों देशों का द्विपक्षीय व्यापार 2.8 अरब डॉलर था जो 2016 तक बढ़कर 6.4 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। इसमें तेज बढ़ोतरी हुई है लेकिन यह काफी नहीं है। एर्दोगन ने भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर चर्चा की मांग करते हुए कहा कि यदि ऐसा हो सका तो दोनों देशों के संबंध और गहरे होंगे।

उन्होंने परमाणु ऊर्जा और एयरोस्पेस क्षेत्र में भी संबंध बढ़ाने की इच्छा जतायी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार भारत के पक्ष में है जिसमें संतुलन की आवश्यकता है। उन्होंने भारतीय कंपनियों को तुर्की में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि तुर्की काला सागर के अलावा पश्चिम एशिया और मध्य एशिया के लिए प्रवेश द्वार साबित हो सकता है। एर्दोगन ने कहा कि दोनों देशों के बीच एक-दूसरे की मुद्रा में व्यापार दोनों पक्षों के लिए लाभदायक होगा।

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