छाती को छूने की कोशिश गर्दन पर Kiss... राष्ट्रपति के साथ सड़क पर शर्मनाक हरकत, सारी अश्लील हरकतें कैमरे में कैद

punjabkesari.in Thursday, Nov 06, 2025 - 11:27 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क:  मेक्सिको सिटी की दोपहर उस वक्त सन्न रह गई जब देश की राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबाम (Claudia Sheinbaum), जनता से मिलते-जुलते हुए दिनदहाड़े यौन उत्पीड़न का शिकार हो गईं। दुनिया के इतिहास में यह दुर्लभ और चौंकाने वाली घटना है — जब किसी राष्ट्र की सर्वोच्च महिला नेता के साथ भीड़ के बीच ऐसी हरकत हुई।

सड़क पर हुआ राष्ट्रपति पर हमला
घटना मंगलवार की बताई जा रही है। 63 वर्षीय शीनबाम राष्ट्रपति भवन के पास एक सार्वजनिक कार्यक्रम में जा रही थीं। समर्थकों से घिरी हुईं शीनबाम जब लोगों से अभिवादन स्वीकार कर रही थीं, तभी अचानक भीड़ में मौजूद एक व्यक्ति, जो नशे में था, उनके बेहद करीब आ गया। उसने पहले राष्ट्रपति के कंधे पर हाथ रखा, फिर उनकी छाती को छूने की कोशिश की, और गर्दन पर किस करने की कोशिश की। इससे पहले कि स्थिति और बिगड़ती, उनके सुरक्षा अधिकारियों ने तुरंत उस व्यक्ति को पीछे खींच लिया। यह पूरा दृश्य कैमरों में कैद हो गया और फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद देश में गुस्से की लहर दौड़ पड़ी। आरोपी को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया है।

राष्ट्रपति का सख्त संदेश - यह अपराध है, शिकायत ज़रूरी है
अगले ही दिन, बुधवार को राष्ट्रपति शीनबाम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भावनात्मक बयान देते हुए कहा - “अगर मैं खुद शिकायत नहीं करूंगी, तो बाकी मैक्सिकन महिलाओं का क्या होगा? अगर राष्ट्रपति के साथ ऐसा हो सकता है, तो सोचिए आम महिलाओं के साथ क्या-क्या होता होगा।” उन्होंने आगे कहा कि सरकार जल्द ही यौन उत्पीड़न को पूरे देश में आपराधिक अपराध घोषित करने की दिशा में कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि यह मामला केवल उनके साथ हुई घटना नहीं, बल्कि हर उस महिला की आवाज़ है जो डर के कारण चुप रह जाती है।

मेक्सिको में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल
यह घटना सिर्फ एक व्यक्ति की हरकत नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक आईना बन गई है। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार - 70% से ज़्यादा मैक्सिकन महिलाएं अपने जीवन में कम से कम एक बार यौन उत्पीड़न का सामना करती हैं।

देश में हर दिन औसतन 10 महिलाओं की हत्या होती है। 
अधिकार संगठनों का कहना है कि यह हमला दिखाता है कि मेक्सिको में महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था कितनी कमजोर है, और यह समस्या अब सत्ता के सर्वोच्च स्तर तक पहुंच चुकी है।

राष्ट्रपति की अपील – हर महिला को शिकायत करने का हक है
शीनबाम ने महिलाओं से अपील की कि वे चुप न रहें, चाहे अपराधी कोई भी हो। उन्होंने कहा - हमें कानून बदलने की जरूरत है, ताकि कोई भी महिला यह महसूस न करे कि न्याय सिर्फ ताकतवरों के लिए है।

सामाजिक बहस ने पकड़ी आग
घटना के बाद देशभर में विरोध प्रदर्शन और सोशल मीडिया अभियानों की बाढ़ आ गई है। #JusticeForSheinbaum और #WomenAreNotSafe जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।


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Content Editor

Anu Malhotra

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