अमेरिका बोला- भारत की हर रक्षा जरूरतें पूरी करने को तैयार, एस-400 डील बन रही बाधा

Friday, Jun 14, 2019 - 03:09 PM (IST)

वॉशिंगटन: अमेरिकी विदेश मंत्रालय की अधिकारी एलिस जी वेल्स ने शुक्रवार को कहा कि हम भारत की हर रक्षा जरूरत को पूरा करने को तैयार हैं लेकिन इसमें रूसी एस-400 सिस्टम बाधा बन रहा है। वेल्स ने कहा कि भारत-रूस डील से अमेरिका का सहयोग सीमित हो जाएगा। एशिया से जुड़ी विदेश मामलों की उपसमिति को वेल्स ने बताया कि पिछले 10 साल में अमेरिका-भारत के बीच 18 अरब डॉलर (1.25 लाख करोड़ रुपए) के रक्षा समझौते हुए हैं, जबकि इससे पहले दोनों देशों के बीच रक्षा मामलों में कारोबार लगभग शून्य था। हालांकि उन्होंने कहा कि भारत की अभी भी 70% मिल्ट्री हार्डवेयर रूसी ही है।

एलिस जी वेल्स ने कहा कि अब भारत के तय करना है कि उसे सिर्फ रूस पर ही निर्भर करना है या फिर अमेरिका से दोस्ती बढ़ानी है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में ट्रंप प्रशासन ने धमकी दी थी कि भारत का एस-400 डील का फैसला अमेरिका से रिश्तों पर असर डाल सकता है। साथ ही एलिस ने कहा कि हाल ही वर्षों में अमेरिका ने किसी अन्य देश की अपेक्षा भारत के साथ ज्यादा युद्धाभ्यास कर रहा है।

एलिस के मुताबिक भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोजगार सृजन को गंभीरता से ले रहे हैं। इसमें अमेरिका उनकी मदद कर सकता है, क्योंकि एफडीआई (फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट) के जरिए ही बेरोजगारी की समस्या से निपटा जा सकता है। बता दें कि 2018 में भारत-रूस के बीच एस-400 मिसाइल सिस्टम पर समझौता हुआ था। यह जमीन से हवा में मार करने वाला मिसाइल सिस्टम है। यह एक साथ तीन दिशाओं में मिसाइल दाग सकता है। 400 किमी के रेंज में एक साथ कई लड़ाकू विमान, बैलिस्टिक व क्रूज मिसाइल और ड्रोन पर यह हमला कर सकता है। अमेरिका भारत की इस डील से खुश नहीं है।

seema

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