Prediction: भारत-पाक के बीच 1965 व 1971 जैसा युद्ध नहीं होगा !

Friday, Mar 08, 2019 - 09:39 AM (IST)

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जालंधर (धवन): ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण भूमिका रखने वाले दो ग्रहों राहु-केतु ने कल यानि 7 मार्च को अपनी राशियां बदल ली हैं। राहु छाया ग्रह कर्क राशि से अपनी वक्री गति से उच्चस्थ राशि मिथुन में आ गए हैं, जबकि केतु भी मकर राशि से धनु में आ गए हैं। ये दोनों ग्रह इन राशियों में 19 सितम्बर, 2020 तक रह कर जातकों तथा देशों को अपने हिसाब से प्रभावित करेंगे। इससे पहले 18 वर्ष पूर्व 2001-2002 में ये दोनों ग्रह इन्हीं राशियों में आए थे। चंडीगढ़ के प्रमुख ज्योतिषी मदन गुप्ता ने कहा कि भारत के लिए यह परिवर्तन उठापटक वाला रहेगा। 

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उन्होंने कहा कि देश की कुंडली वृष लगन एवं कर्क राशि की है। इस परिवर्तन के अनुसार आगामी चुनावों में अनिश्चितता का बोलबाला रहेगा। कई तरह के राजनीतिक गठबंधन बनेंगे और ऐन मौके पर अंत तक टूटते रहेंगे।

राष्ट्रीय स्तर पर कई अन्तरदेशीय समझौतों का दबाव बनेगा। उन्होंने कहा कि राजनेता और अधिक साम, दंड और भेद की नीति पर अमल करेंगे। बुध की राशि मिथुन में राहु का आगमन हुआ है। उन्होंने कहा कि बुध की राशि में राहु के आने से बैंकिंग, शेयर बाजार, बीमा क्षेत्र और मुद्रा नियंत्रण पर सरकार नई नीतियां बना सकती है। न्याय प्रणाली व धर्म क्षेत्रों से जुड़े ऐतिहासिक निर्णय हो सकते हैं। 

पाकिस्तान से विवाद की स्थिति यथावत बनी रहेगी परंतु 1965 व 1971 जैसा युद्ध नहीं होगा और न ही परमाणु युद्ध की कोई संभावना है। उन्होंने कहा कि हाल ही में किए गए हवाई हमले का सत्ता पक्ष लाभ उठाने की पूरी चेष्टा करेगा।

उन्होंने कहा कि मेष, वृष, कर्क, धनु तथा मकर राशि के लोगों के लिए राहु-केतु का राशि परिवर्तन लाभदायक रहेगा तथा इन लोगों को कार्य में सफलता के साथ-साथ धन लाभ भी होगा। मिथुन, कन्या, वृश्चिक व मीन राशि वाले लोगों को संभल कर रहना होगा।

सिंह, तुला व कुंभ राशि के लोगों के लिए सामान्य समय रहेगा। ऐसे राशि वाले लोग आने वाले समय में अपनी मेहनत के अनुसार लाभ प्राप्त कर सकेंगे। 

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Niyati Bhandari

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