ऑफ द रिकॉर्डः CBI के बाद ED में अनिश्चितता के बादल

Thursday, Oct 25, 2018 - 08:28 AM (IST)

नेशनल डेस्कः  वित्त मंत्रालय के तहत देश की प्रमुख वित्त मामलों की जांच एजेंसी एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ई.डी.) पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं। ऐसी चर्चा है कि ई.डी. प्रमुख करनैल सिंह ने इस वर्ष 26 अक्टूबर को अपना 2 वर्ष का निश्चित कार्यकाल पूरा करने के बाद अल्पावधि विस्तार को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने सरकार को सूचित किया है कि आगे वह इस पद पर नहीं बने रहना चाहते। सरकार में उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा कि करनैल सिंह को तीन महीने के अल्प विस्तार के लिए कहा गया है, ताकि उनके उत्तराधिकारी को ढूंढा जा सके। सरकार एक आई.पी.एस. अधिकारी के बजाय ई.डी. में एक वरिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारी को नियुक्त करना चाहती है। यद्यपि करनैल सिंह सरकार के चहेते रहे हैं, लेकिन ई.डी. में विवादास्पद अधिकारी राजेश्वर सिंह के पद पर बरकरार रहने को लेकर वह सरकार के निशाने पर आ गए।

कहा जाता है कि वित्त मंत्रालय दिल्ली में ई.डी. में राजेश्वर सिंह के पद पर बने रहने का कड़ा विरोध कर रहा है, जो 2जी और कोल घोटाला जैसे संवेदनशील मामलों का निपटारा कर रहे हैं। राजेश्वर सिंह के खिलाफ एक शिकायत की जांच भी सी.बी.आई. द्वारा की गई है। रॉ ने भी उनके खिलाफ एक रिपोर्ट सौंपी है। करनैल सिंह उनके मामले में अपने स्टैंड पर अड़े रहे और यहां तक कि सी.वी.सी. द्वारा उनको क्लीन चिट दे दी गई। राजेश्वर सिंह को सुप्रीम कोर्ट से भी राहत मिल गई, लेकिन मामला सी.बी.आई. में लंबित है। एक पत्रकार उपेन्द्र राय की पी.एम.एल.ए. के तहत की गई गिरफ्तारी को लेकर सी.बी.आई., ई.डी. और राजनीतिक आकाओं के बीच विवाद सामने आया।

कहा जाता है कि सरकार राजेश्वर सिंह का समर्थन करने के लिए करनैल सिंह से खुश नहीं है। करनैल सिंह के उत्तराधिकारी को लेकर सरकार ने अभी तक फैसला नहीं लिया है और स्थिति यहां तक पहुंच गई है कि वित्त मंत्रालय ने उनको तीन महीने तक पद पर बने रहने को कहा है, ताकि उनका उत्तराधिकारी चुना जा सके। ऐसी संभावना है कि एक आई.आर.एस. अधिकारी और वित्त मंत्री अरुण जेतली के पूर्व निजी सचिव सिमांचला दास को ई.डी. का अस्थायी कार्यभार सौंपा जाए। दास ई.डी. में प्रधान विशेष निदेशक हैं।

Seema Sharma

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