प्रशांत भूषण ने बीटी बैंगन की अवैध खेती को लेकर सरकार को भेजा नोटिस

Monday, May 13, 2019 - 12:28 PM (IST)

नेशनल डेस्क: सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने बीटी बैंगन की अवैध खेती को लेकर पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन को नोटिस भेजा है। उन्होंने सरकार से इस पर रोक लगाने और इसे फसल को तत्काल नष्ट करने की मांग की है। 


भूषण ने खत में लिखा कि बीटी बैंगन केवल इंसानों के लिए ही नहीं, पर्यावरण के लिए भी खतरनाक है। कंपनियां अभी तक इसकी सुरक्षा को लेकर अपने दावों को पुष्टी नहीं कर पाई हैं। इसलिए इस फसल को जल्द से जल्द उखाड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार बीटी बैंगन के बीज की तस्करी करने वाले का भी पता लगाए ताकि उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। 


दरअसल हरियाणा के फतेहाबाद जिले में किसानों के अवैध रूप से जेनेटिकली मॉडिफाइड बैंगन या बीटी बैंगन की खेती करने का मामला सामने आया है। किसान फसलों के ऐसे बीज का इस्‍तेमाल कर रहे हैं जिसके प्रयोग की भारत में अनुमति नहीं है। नैशनल ब्‍यूरो ऑफ प्‍लांट जेनेटिक रिसोर्स की लैब ने अपनी रिपोर्ट दी है। इनमें इस बात की पुष्टि हुई है कि फतेहाबाद के रटिया ब्‍लॉक में बीटी बैंगन की खेती हुई है। 


बता दें कि बीटी बैंगन दिखने में तो साधारण बैंगन जैसा ही होता है लेकिन फर्क इसकी बुनियादी बनावट में है। इस बैंगन की, उसके पौधे की, हर कोशिका में एक खास तरह का जहर पैदा करने वाला जीन होगा, जिसे बीटी यानी बेसिलस थिरूंजेनेसिस नामक एक बैक्टीरिया से निकालकर बैंगन की कोशिका में प्रवेश करा दिया गया है। इस जीन को तत्व को पूरे पौधे में प्रवेश करा देने की सारी प्रक्रिया बहुत ही पेचीदी और बेहद महंगी है। इसी प्रौद्योगिकी को जेनेटिक इंजिनियरिंग का नाम दिया गया है। 

vasudha

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