Social Media पर मजाक बनी इस लड़की की मौत, दोस्तों ने बताई पूरी सच्चाई

Monday, Jun 06, 2016 - 09:08 AM (IST)

जोधपुर: सेल्फी का क्रेज इन दिनों इस कदर लोगों के सिर चढ़कर बोल रह है कि उन्हें अपनी जान की भी परवाह तक नहीं रहती। अच्छी सेल्फी के चक्कर में कई लोग अफनी जान गंवा बैठे हैं। वहीं इन दिनों सोशल मीडिया जोधपुर की प्रणिता मेहता की मौत की खबर काफी वायरल हो रही है कि सेल्फी के चक्कर में उसे अपनी जान गंवानी पड़ी लेकिन उसके पिता का दर्द आंसुओं के साथ झलक पड़ा। प्रणिता के पिता ने कहा कि सेल्फी डेथ करार देकर मेरी बेटी की मौत का मजाक बना दिया गया है।

बता दें कि  नैशनल लॉ यूनिवर्सिटी की छात्रा प्रणिता अपने दोस्तों के साथ गोवा बीच पर कुछ दिन पहले घूमने आई थी इसी दौरान वह एक हादसे का शिकार हो गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। प्रणिता की दोस्तों ने असकी मौत की असल वजह बताई जो कि सोशल मीडिया में आई उसकी मौत को सिरे से झूठा करार देती हैं। दरअसल प्रणिता की मौत सेल्फी लेने के दौरान नहीं हुई थी। प्रणिता की एक दोस्त ने बताया है कि जब वे लोग बीच पर गए तो प्रणिता का फोन भी उसके पास नहीं था। उन्होंने फोन को एक पैकेट में पैक कर कुछ दूरी पर रख दिया था। जिससे वो लहरों में खराब न हो जाए।
 

प्रणिता की दोस्त के मुताबिक हम बीच के पास एक चट्टान पर बैठी थी, जबकि दो अन्य दोस्त थोड़ी ही दूर खड़ी थीं। तभी अचानक तेज लहर आई और चट्टान पर बैठी प्रणिता और उसकी दोस्त को बहा ले गई। दोनों दोस्त आखिर दम तक लहरों से लड़ती रही। प्रणिता की दोस्त किसी तरह से बाहर निकल आई लेकिन प्रणिता बह कर काफी दूर चली गई। हालांकि प्रणिता तैरना जानती थी लेकिन लहरों का बहाव इतना तेज था कि वह संभल नहीं पाई।

प्रणिता बचाने के लिए चिल्ला भी रही थी। दोनों सहेलियों में से एक ने हिम्मत दिखाई और मदद के लिए भागी। तीसरी ने पुलिस को फोन किया और मदद मांगी। आसपास के कई लोग मदद के लिए आए लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। करीब आधा घंटा जीवन मौत के बीच संघर्ष कर प्रणिता की सांसें थम चुकी थी। पानी से निकालते ही प्रणिता को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद उसका पोस्टमार्टम किया गया, जहां उसकी सहेलियों ने परिजनों की सहमति से उसकी आंखें डोनेट कीं।

प्रणिता के पिता डॉ. सुनील मेहता ने बताया कि वे अपने साथी दिनेश मेहता के साथ प्रणिता का शव लेने  कुमटा पहुंचे। जिसके बाद जोधपुर में अंतिम संस्कार किया गया। प्रणिता के पिता ने बताया कि उनकी बेटी काफी होनहार थी और उसका प्लेसमेंट देश की नामी लॉ फर्म ''लूथरा एंड लूथरा'' में हो चुका था। परिवार में इस बात की काफी खुशी थी और इसी लिए उन्होंने उसे दोस्तों के साथ गोवा जाने की इजाजत दी लेकिन उन्हें नहीं मालूम थी कि बेटी की जगह उसका शव घर लौटेगा।

Advertising