गोवा में सत्ता संकट: जानिए कांग्रेस ने क्यों पेश किया सरकार बनाने का दावा

Tuesday, Sep 18, 2018 - 05:03 PM (IST)

नेशनल डेस्कः (मनीष शर्मा) मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती होते ही गोवा में सियासी उठापटक शुरू हो गई है। कांग्रेस के 14 विधायक सोमवार को राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मिलने राजभवन पहुंचे। लेकिन राजयपाल से उनकी मीटिंग नहीं हो पाई। अब आपको बताते हैं कि क्यों कांग्रेस को लगा कि गोवा में सरकार बनाने का यह सही समय है।



क्या है गोवा विधानसभा की स्थिति:
कांग्रेस: 16
बीजेपी: 14
महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी: 3
गोवा फॉरवर्ड पार्टी:3
एनसीपी :1
निर्दलीय : 3
कुल: 40



क्या है बीजेपी सरकार और विपक्ष का गणित
विधानसभा की कुल संख्या : 40
बहुमत के लिए चाहिए: 21
बीजेपी+महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी+गोवा फॉरवर्ड पार्टी+निर्दलीय: 23
कांग्रेस और एनसीपी: 17



कैसे बनी सरकार
2017 के गोवा विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी थी। उसे कुल 17 सीटें मिली थीं। बहुमत से सिर्फ चार सीट कम। उधर, बीजेपी को तेरह सीटें ही मिली थीं। लेकिन कांग्रेस समय रहते ज़रूरी नंबर नहीं जुटा पाई और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की टीम ने कांग्रेस को मात देते हुए बीजेपी की सरकार बना दी। बीजेपी ने महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी और निर्दलीयों के साथ मिलकर सरकार का गठन किया। महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी और गोवा फॉरवर्ड पार्टी ने गडकरी के सामने शर्त रखी थी कि अगर मनोहर पर्रिकर गोवा के मुख्यमंत्री बनेंगे तभी वे समर्थन देंगे। अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सलाह के बाद पार्टी ने यह फैसला लिया कि मनोहर पर्रिकर को गोवा की राजनीति में वापस भेजा जाए। 14 मार्च, 2017 में मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में बीजेपी ने गोवा विधानसभा में बहुमत हासिल कर सरकार का गठन किया।

मनोहर पर्रिकर पैनक्रियाज के कैंसर से जूझ रहे हैं। वह हाल ही में अमेरिका से इलाज करा कर लौटे हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने अमित शाह से अनुरोध किया था कि उनके स्थान पर किसी दूसरे को मुख्यमंत्री बना दिया जाए, लेकिन बीजेपी अध्यक्ष ने उनका अनुरोध ठुकरा दिया था। बीजेपी और कांग्रेस, दोनों जानती हैं कि पर्रिकर के अलावा दूसरे नाम पर महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी और गोवा फॉरवर्ड पार्टी राज़ी नहीं होंगी। इसी बात का फायदा अब  कांग्रेस उठाना चाह रही है।

Yaspal

Advertising