जब अरुण जेटली की शादी में आशीर्वाद देने पहुंचे थे अटल बिहारी वाजपेयी और इंदिरा गांधी

Monday, Aug 24, 2020 - 10:30 AM (IST)

नेशनल डेस्कः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं में शुमार और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का की आज पहली पुण्यतिथि है। ठीक एक साल पहले आज ही के दिन उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा था। उनके निधन से बीजेपी ही नहीं बल्कि पूरी राजनीतिक जमात दुखी था। यह जेटली के व्यक्तित्व का ही खास गुण था कि उनके दोस्त तकरीबन हर पार्टी में थे। उनके राजनीतिक विरोधी, संसद में उनसे जबरदस्त तर्क-वितर्क करने वाले नेता भी उन्हें अपना ऐसा साथी मानते थे, जो जरूरत के वक्त हम मतभेद भुलाकर मदद के लिए तैयार खड़ा रहता था। जेटली के दूसरे दलों से रिश्ते राजनीतिक ही नहीं बल्कि पारिवारिक भी थे। उनकी शादी भी कांग्रेस के कद्दावर नेता की पुत्री से हुई थी।



जेटली कांग्रेस के पूर्व सांसद और जम्मू कश्मीर के मंत्री रहे गिरधारी लाल डोगरा के दामाद थे। उनका विवाह 24 मई 1982 को डोगरा की बेटी संगीता से हुआ था। उनकी ससुराल कठुआ जिले के हीरानगर के पैया गांव में है।



जेटली की शादी में बीजेपी के दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजपेयी तो शामिल हुए ही, तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भी इस मौके पर नवदंपति को आशीर्वाद देने पहुंची थीं। ये वो समय था जब जेटली को राजनीति में आए कुछ ही वर्ष हुए थे। इसके बावजूद उनकी शादी में भारतीय राजनीति की उस दौर की शीर्ष हस्तियां शुमार हुईं। जेटली को इस शादी की वजह से मजाक में कश्मीर का जमाई बाबू भी कहा जाता था।



गौरतलब है कि गिरधारी लाल डोगरा आजादी के बाद से 1975 तक जम्मू कश्मीर के वित्त मंत्री रहे। जम्मू और ऊधमपुर से वो कांग्रेस के सांसद भी रहे। इंदिरा गांधी एक समय उन्हें लोकसभा का स्पीकर बनाना चाहती थीं लेकिन डोगरा इसके लिए तैयार नहीं हुए। 1987 में उनका निधन हुआ। उनकी 25वीं पुण्यतिथि पर तत्कालीन मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने उनकी जीवनी पीपल्समैन का विमोचन किया. 2015 में उनके शताब्दी समारोह में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए थे।

Aacharya Kamal Nandlal

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