पुलिस का खुलासा: जम्मू कश्मीर में ‘अल कायदा’ की मौजूदगी की पुष्टि नहीं

Friday, Jul 28, 2017 - 06:57 PM (IST)

श्रीनगर : जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में अल कायदा की मौजूदगी की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अभी मामले की जांच जारी है। पुलिस महानिदेशक (डी.जी.पी.) एस.पी. वैद ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे लिए आतंकवादी, आंतकवादी हैं, चाहे वह किसी भी संगठन से हों। जो भी कोई बंदूक उठाता है, वह आतंकवादी है। हम आतंकवादी की जांच करेंगे। उनकी यह टिप्पणी आतंकवादी समूह के गुरुवार को जम्मू एवं कश्मीर में अपने संगठन की स्थापना करने की घोषणा के बाद आई है।


इसमें पूर्व हिजबुल मुजाहीदीन के आतंकवादी जाकिर मूसा को इसका प्रमुख बनाया गया है। इसकी घोषणा ग्लोबल इस्लामिक मीडिया फ्रंट ने की। यह अल कायदा की मीडिया शाखा है। इसने कहा है कि कश्मीर को आजाद कराने का जिहाद एकमात्र उपाय है। गत् रात यूनाइटिड जेहाद काउंसिल (यू.जी.सी.) प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन ने एक वीडियो में कहा था कि जम्मू कश्मीर के आजादी आंदोलन में कोई अंतराष्ट्रीय एजेंडा नहीं है। सलाहुद्दीन ने कहा था कि कोई अंतराष्ट्रीय संगठन चाहे आईएसआईएस या अल कायदा या कोई और, की कोई यहां जरुरत हैं।


सलाहुद्दीन के बयान और आतंकी रैंकों में विभाजन होने के बारे में पूछे जाने डी.जी.पी. ने कहा कि वह खुद ही फैसला करेंगे। उन्होने कहा कि घाटी में स्थिति सामान्य हो रही हैं। दक्षिण कश्मीर में पुलिसकर्मियों के परिवारों को आतंकियों द्वारा निशाना बनाए जाने के बारे में पूछे जाने पर डी.जी.पी. ने कहा कि यह उनकी हताशा है।

अलगाववादियों की जांच में पुलिस दे रही है समर्थन
वैद ने कहा कि घाटी में विध्वंसक गतिविधियों के वित्तपोषण में अलगाववादियों की भूमिका की जांच के लिए सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियां राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एन.आई.ए.) को समर्थन दे रही हैं। सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियां एकजुट हैं। हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है। हमने उनका समर्थन किया। जब छापें मारे गए, जम्मू कश्मीर पुलिस उनके साथ थी।
राज्य पुलिस प्रमुख ने कहा कि केवल समय बताएगा कि तीन शीर्ष अलगाववादी नेताओं सैयद अली शाह गिलानी, मीरवायज उमर फारुक और यासीन मलिक के साथ एन.आई.ए. द्वारा पूछताछ की जाएगी।

पुलिस करेगी जम्मू कश्मीर मैराथन आयोजित
प्रेस कांफ्रैंस का आयोजन सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत पुलिस द्वारा आयोजित जम्मू कश्मीर राज्य मैराथन की घोषणा करने के लिए किया गया।
वैद ने कहा कि हालांकि, मैराथन का आयोजन रविवार को होगा, राज्य पुलिस घाटी में शांति का संदेशन देना चाहती हैं। हम लोगों के साथ काम कर रहे हैं। जम्मू कश्मीर पुलिस उन से संबंधित हैं।
डी.जी.पी. ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम घाटी में पत्थरबाजी की घटनाओं को कम करने में मद्द देंगे। हां, इससे पत्थरबाजी की घटनाएं कम होंगी। मैराथन और खेल गतिविधियों से बच्चे स्वस्थ होंगे और स्वस्थ मस्तिष्क स्वस्थ शरीर में होता है, इसलिए वह सकारात्मक सोचेंगे।
मैराथन को पांच श्रेणियों में विभाजित किया गया हैं। पुरुष पूर्ण मैराथन, महिला आधा मैराथन, 14 साल के लडक़ों के लिए आठ किलोमीटिर दौड़ और 13 साल की लड़कियों के लिए छह किलोमीटर की दौड़।

 

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