इंसाफ के लिए जासूस बना युवक, ठगों को रंगे हाथों पकड़ने की रची पूरी साजिश
punjabkesari.in Monday, Mar 31, 2025 - 09:39 AM (IST)

नेशनल डेस्क। गाजीपुर में एक बिजली विभाग के संविदा कर्मी ने अपने भाई का एटीएम कार्ड बदलकर 25 हजार रुपये निकालने वाले ठग को रंगे हाथों पकड़ लिया। आरोपी को एटीएम बूथ में बंद करने के बाद संविदा कर्मी ने पुलिस को सूचना दी जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसके साथी को भी पकड़ लिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से 48 एटीएम कार्ड, एक कार और 11 हजार रुपये बरामद किए हैं।
क्या हुआ था?
इन्दिरानगर सी-ब्लॉक के निवासी जितेंद्र श्रीवास्तव बिजली विभाग में संविदा कर्मी हैं। दो मार्च को उनका छोटा भाई रितेंद्र पीएनबी के एटीएम बूथ गया था जहां वह पैसे निकालने की कोशिश कर रहा था। इस दौरान दो युवक एटीएम बूथ में घुसे और रितेंद्र को मदद देने का झांसा देकर उसका एटीएम कार्ड बदल लिया। बाद में आरोपितों ने रितेंद्र के खाते से 25 हजार रुपये निकाल लिए और 3 हजार रुपये की ऑनलाइन शॉपिंग कर दी।
इसके बाद जितेंद्र ने गाजीपुर कोतवाली में तहरीर दी लेकिन 27 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और मुकदमा दर्ज नहीं किया। इससे परेशान होकर जितेंद्र और उसका भाई खुद ही ठगों की तलाश करने लगे।
ठगों को कैसे पकड़ा?
शनिवार को जितेंद्र ने भाई द्वारा बताए गए हुलिए के आधार पर एटीएम बूथ में एक युवक को पैसे निकालते हुए देखा। उसने तुरंत बूथ का शटर गिरा दिया और पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के बाद उसके साथी को भी गिरफ्तार किया।
पुलिस का बयान
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपितों की पहचान गाजियाबाद के लोनी बलराम नगर निवासी अमित और सद्दाम के रूप में हुई है। इनका एक साथी दिल्ली में रहता है। अमित ने पुलिस को बताया कि वह दो महीने पहले लखनऊ आया था। पुलिस अब इन ठगों के अन्य साथी और उनके अपराधों की जांच कर रही है।
क्या हुआ था?
इन्दिरानगर सी-ब्लॉक के निवासी जितेंद्र श्रीवास्तव बिजली विभाग में संविदा कर्मी हैं। दो मार्च को उनका छोटा भाई रितेंद्र पीएनबी के एटीएम बूथ गया था जहां वह पैसे निकालने की कोशिश कर रहा था। इस दौरान दो युवक एटीएम बूथ में घुसे और रितेंद्र को मदद देने का झांसा देकर उसका एटीएम कार्ड बदल लिया। बाद में आरोपितों ने रितेंद्र के खाते से 25 हजार रुपये निकाल लिए और 3 हजार रुपये की ऑनलाइन शॉपिंग कर दी।
इसके बाद जितेंद्र ने गाजीपुर कोतवाली में तहरीर दी लेकिन 27 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और मुकदमा दर्ज नहीं किया। इससे परेशान होकर जितेंद्र और उसका भाई खुद ही ठगों की तलाश करने लगे।
ठगों को कैसे पकड़ा?
शनिवार को जितेंद्र ने भाई द्वारा बताए गए हुलिए के आधार पर एटीएम बूथ में एक युवक को पैसे निकालते हुए देखा। उसने तुरंत बूथ का शटर गिरा दिया और पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के बाद उसके साथी को भी गिरफ्तार किया।
पुलिस का बयान
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपितों की पहचान गाजियाबाद के लोनी बलराम नगर निवासी अमित और सद्दाम के रूप में हुई है। इनका एक साथी दिल्ली में रहता है। अमित ने पुलिस को बताया कि वह दो महीने पहले लखनऊ आया था। पुलिस अब इन ठगों के अन्य साथी और उनके अपराधों की जांच कर रही है।