इनका राजनीति में अलग है रुतबा, पीएम से लेकर सीएम तक मानते हैं ऑर्डर

Wednesday, Nov 15, 2017 - 02:20 PM (IST)

महाराष्ट्रः शिव प्रतिष्ठान संस्था चलाने वाले संभाजी भिडे गुरुजी किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उनके रूतबे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे मिलने के लिए सुरक्षा घेरा तोड़ दिया था। संभाजी भिडे महाराष्ट्र के सांगली जिले से आते हैं। वे पुणे यूनिवर्सिटी से एमएससी (एटॉमिक साइंस) में गोल्ड मेडलिस्ट हैं। इसके अलावा वे मशहूर फर्ग्युसन कॉलेज में फिजिक्स के प्रोफेसर रह चुके हैं। हाल ही में पुलिस इंस्पेक्टर द्वारा लूट के कथित आरोपी की हत्या के बाद उसकी बाॅडी जलाने के मामले के विरोध में सांगली में उग्र आंदोलन किया गया। इसी दौरान संभाजी भिडे ने पुलिस की आलोचना करते हुए कहा कि पुलिस थाने सरकार मान्य गुंडों के अड्डे बने हुए हैं।

संभाजी भिडे का ऑर्डर प्रधानमंत्री से लेकर महाराष्ट्र के सीएम तक इनका ऑर्डर मानते हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान जब मोदी सांगली में रैली को संबोधित करने आए थे तो सुरक्षा घेरा तोड़ कर उनसे मिले थे। इस दौरान मोदी ने कहा भी था कि वे भिडे गुरुजी के बुलावे पर नहीं बल्कि उनका ऑर्डर मानकर यहां आए हैं। एक बार तो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने उनसे मिलने के लिए अपना प्लेन भी रुकवा दिया था।

85 वर्षीय भिडे गुरुजी पैरों में चप्पल नहीं पहनते और आज भी साइकिल चलाते हैं और काफी तंदरूस्त हैं। वे कभी किसी राजनीतिक दल से नहीं जुड़े लेकिन अगर किसी नेता का चुनाव में समर्थक करें तो उसकी जीत पक्की मानी जाती है। भिडे गुरुजी इतना दबदबा होने के वाबजूद उनका खुद का घर नहीं है और न ही कोई संपत्ति है।

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