PM मोदी ने याद किए अपने पुराने दिन, बताया कैसे हिमालय पर बिताए वक्त ने बदल दी जिंदगी

Wednesday, Jan 23, 2019 - 01:03 PM (IST)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'Humans of Bombay' नाम के फेसबुक पेज के साथ अपने जीवन से जुड़ी कई बातें शेयर कीं। उन्होंने हिमालय पर बिताए अपने दिनों के बारे में भी अपना अनुभव शेयर किया। पीएम मोदी ने 'Humans of Bombay' को बताया कि कैसे वे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के साथ जुड़े। पीएम ने बताया कि उन्होंने करीब दो साल हिमालय पर बिताए तो उन्हें अनुभव हुआ कि उनका जीवन दूसरों की सेवा करने के लिए हैं। हिमालय से लौटने के बाद वे अहमदाबाद आ गए और वहां अपने अंकल के पास रहे। वे अपने अंकल की कैंटीन में कभी-कभी उनकी मदद भी किया करते थे। तभी वे आरएसएस के संपर्क में आए और वे उसका हिस्सा बन गया।

मोदी ने बताया कि एक दिन वो भी आया जब वे संघ का फुल टाइम प्रचारक बन गए। संघ में बिताए अपने दिनों को याद करते हुए पीएम ने बतााय कि वे वहां अलग-अलग क्षेत्रों से ताल्लुक रखने वाले लोगों के संपर्क में आए और उन सभी के साथ मिलकर काम भी किया। उन्होंने बताया कि वे वहां आरएसएस ऑफिस की साफ सफाई करते, साथियों के लिए खाना बनाते और बर्तन भी धोते थे। सभी की बर्तन धोने की बारी आती थी। उन्होंने कहा कि जब वे हिमालय पर थे तो उन्हें वहां मिली शांति को गंवाना नहीं चाहते थे और इसी लिए अपनी जिंदगी में संतुलन बनाने के लिए वे हर साल पांच दिन खुद के लिए निकालते थे।

उन्होंने कहा कि बहुत कम लोग जानते हैं कि दिवाली पर मैं पांच दिन के लिए ऐसी जगह जाता हूं, जहां कोई न हो। यह जगह जंगल में हो सकती है, जहां साफ पानी हो और लोग न हो। इतना ही नहीं इन पांच दिनों में वे रेडियो, टीवी, इंटरनेट और न्यूजपेपर से भी दूर रहते हैं। उन्हंने कहा कि वे अपना खाना पांच दिन के लिए पैक करके निकल पड़ते हैं क्योंकि एकांत जीवन उन्हें जिंदगी जीने के लिए मजबूती देता है। पीएम ने कहा कि कुछ लोग मुझसे पूछते है कि किसको मिलने के लिए वहां जा रहे हो तो जवाब देता- मैं मुझसे मिलने जा रहा हूं।

उन्होंने कहा कि यही कारण है मैं अपने दोस्तों खासकर युवाओं को यहीं आग्रह करता हूं कि अपने लिए कुच समय जरूर निकाले क्योंकि इस दौरान आपको पता चलता है कि आप अंदर से कितने बेहतर और मजबूत हैं। काम से खुद के लिए कुछ वक्त निकालकर जीने से आपको तब सही अर्थ पता चलेगा कि जीवन क्या है और जिंदगी जीना क्या है। इससे न सिर्फ आप में आत्मविश्वास आएगा बल्कि दूसरे आपके बारे में जो सोचते हैं उसके प्रति भी नजरिया बदलेगा।


 

Seema Sharma

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