भूटान पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गार्ड ऑफ ऑनर से हुआ स्वागत (Pics)

Saturday, Aug 17, 2019 - 02:20 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय यात्रा पर शनिवार को भूटान पहुंचे जहां उनका शाही स्वागत किया गया। वह द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए भूटान के नेताओं से बातचीत करेंगे। मोदी की भूटान की यह दूसरी यात्रा है। दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद से यह उनकी पहली भूटान यात्रा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘असाधारण गर्मजोशी और सद्भावना के साथ भूटान के प्रधानमंत्री लोतै शेरिंग और अन्य मंत्रियों ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया।'' बाद में प्रधानमंत्री राजधानी थिम्पू रवाना हो गए। कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए भारतीय तिरंगा और भूटान के झंडे लिए हुए लोग पारो से राजधानी थिम्पू के रास्ते में कतारों में खड़े थे।'' 

 


प्रधानमंत्री ने ट्वीट पर यह जानकारी साझा की। पीएम मोदी ने कहा, '17 और 18 अगस्त को मैं एक द्विपक्षीय यात्रा के लिए भूटान में रहूंगा, जो हमारे विश्वस्त मित्र और पड़ोसी के साथ मजबूत संबंधों से जुड़े उच्च महत्व को दर्शाता है। मैं इस यात्रा के दौरान कई तरह के कार्यक्रमों में भाग ले रहा हूं। PM मोदी ने लिखा-मैं भूटान के प्रतिष्ठित रॉयल विश्वविद्यालय में युवा छात्रों को संबोधित करने के लिए भी उत्सुक हूं।

 


 इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भूटान की उनकी दो दिवसीय यात्रा दोनों देशों के बीच समय की कसौटी पर खरी उतरने वाली मित्रता को और बढ़ावा देगी और एक समृद्ध भविष्य के लिए इसे मजबूत करेगी।

  17 अगस्त को प्रधान मंत्री मोदी पारो अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे, जिसके बाद वे सेमोथा दज़ोंग जाएंगे।पीएम मोदी उसी दिन ताशिचोडज़ोंग का दौरा करेंगे जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया जाएगा। ताशिचोडज़ोंग में प्रधानमंत्री भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से मुलाकात करेंगे।

 

पीएम मोदी शनिवार को भूटान के चौथे राजा जिग्मे सिंगे वांगचुक से भी मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में यहां छीपरेल बारात भी निकलेगी।  वह अपने भूटानी समकक्ष लोटे शेरिंग के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे।

इस यात्रा की विशेषता मांगदेछू पनबिजली परियोजना का उद्घाटन होगी। बता दें, भारत के साथ विकास साझेदारी भूटान के साथ द्विपक्षीय संबंधों का बड़ा पहलू है। भारत ने पिछले साल दिसंबर में भूटान की 12वीं पंचवर्षीय योजना में सहायता के लिए 5,000 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता जताई थी। इसकी पहली किस्त जारी भी कर दी गई है।

 

 

 

Tanuja

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