सातवां चरणः वाराणसी लोकसभा सीट से एक बार फिर मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

Saturday, May 18, 2019 - 09:29 PM (IST)

नेशनल डेस्कः लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के साथ ही मतदान खत्म हो जाएगा। 23 मई को चुनाव का रिजल्ट आएगा। सातवें चरण में कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर वाराणसी से चुनाव मैदान में हैं। वाराणसी के लोग किसको अपना सांसद चुनेंगे। ये तो 19 मई को मतदान के बाद ही तय होगा। लेकिन सातवें चरण में उत्तर प्रदेश की इस सीट पर पूरे देश की नजर है। वाराणसी संसदीय क्षेत्र में जिले के आठ विधानसभा क्षेत्रों में केवल शहर दक्षिणी, उत्तरी, कैंटोमेंट, रोहनियां व सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र आते हैं।

2014 में नरेंद्र मोदी ने केजरीवाल को हराया
2014 में नरेंद्र मोदी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल 3,71,784 वोटों के अंतर से हराया था। नरेंद्र मोदी को कुल 5,81,022 वोट मिले थे। वहीं, दूसरे स्थान पर अरविंद केजरीवाल को 2,09,238 वोट मिले थे। कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय 75,614 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। हालांकि वो ज़मानत नहीं बचा सके।

कितने वोटर हैं वाराणसी संसदीय क्षेत्र में
वाराणसी जिले में 28 लाख 29 हजार मतदाता हैं। लेकिन वाराणसी संसदीय क्षेत्र में करीब 18 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसमें 08 लाख 01 हजार 563 महिला और 9 लाख 95 हजार 263 पुरुष तथा 104 अन्य वोटर शामिल हैं। जबकि पिछले संसदीय चुनाव में 17 लाख 66 हजार 487 मतदाताओं ने भाग लिया था। लोकसभा चुनाव में पहली बार वाराणसी संसदीय क्षेत्र में 10504 युवा वोटर अपना सांसद चुनेंगे। 

2014 में नरेंद्र मोदी थे पीएम पद के उम्मीदवार
नरेंद्र मोदी को भाजपा ने 2014 में वाराणसी लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था, इसके अलावा वह गुजरात की वड़ोदरा सीट से भी चुनाव लड़े थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी भाजपा की ओर से पीएम पद के उम्मीदवार भी थे। 2014 के आम चुनाव में मोदी ने कहा था कि ‘मुझे मां गंगा’ ने बुलाया है। 2014 के आम चुनाव में दोनों सीटों पर नरेंद्र मोदी को बड़ी जीत मिली थी। लेकिन सत्ता के लिहाज से अपनी अहमियत रखने वाले उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट को मोदी ने अपना संसदीय क्षेत्र चुना। उन्होंने चुनाव जीतने के बाद वड़ोदरा सीट को छोड़ दिया और कहा, “मां गंगा की सेवा करने आया हूं। मैं काशी का बेटा हूं”।

इस बार बड़ी चुनौती
इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कड़ी चुनौती मिल रही है। एक ओर सपा,बसपा से गठबंधन की उम्मीदवार शालिनी यादव मैदान में हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने एक बार फिर अजय राय को मैदान में उतारा है। वाराणसी सीट पर सपा-बसपा की नजर अपने अपने कोर वोटर के साथ मुस्लिम वोटर पर है। तो कांग्रेस भी मुसलमान और जातीय समीकरण साधने में जुटी है।

Yaspal

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