इस बार शिक्षक दिवस पर विद्यार्थियों से रूबरू नहीं हो पाएंगे मोदी

Sunday, Aug 28, 2016 - 03:08 PM (IST)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल शिक्षक दिवस पर विदेश में होने के कारण विद्यार्थियों से बात नहीं कर पाएंगे। प्रधानमंत्री बनने के बाद से मोदी पिछले दो वर्षों से शिक्षक दिवस यानी पांच सितंबर को हर साल एक विशेष कार्यक्रम में स्कूली बच्चों के साथ संवाद करते हैं और उनके सवालों का जवाब देते हैं। मोदी ने आज आकाशवाणाी पर मन की बात कार्यक्रम में कहा कि वह कई वर्षों से शिक्षक दिवस पर विद्यार्थियों के साथ काफी समय बिताते रहे हैं लेकिन इस बार जी-20 देशों के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए उन्हें विदेश जाना पड रहा है।

उन्होंने कहा कि उनके लिए पांच सितंबर ‘शिक्षक दिवस’ और ‘शिक्षा दिवस’ दोनों है क्योंकि वह स्कूली बच्चों से भी काफी कुछ सीखते रहे हैं। जीवन में शिक्षक के महत्व का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि जीवन में जितना ‘मां का स्थान होता है, उतना ही शिक्षक का स्थान होता है। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे शिक्षक होते हैं जो अपने शिष्यों के लिए पूरा जीवन खपा देते हैं।

पूर्व बैडमिंटन खिलाडी और अब ओलंपिक में पदक जीतने वाली पी.वी. सिंधु के कोच पुल्लेला गोपीचंद का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि वे खिलाड़ी तो हैं, लेकिन उन्होंने एक अच्छा शिक्षक क्या होता है- उसकी मिसाल पेश की है। मैं उन्हें खिलाड़ी से अतिरिक्त एक उत्तम शिक्षक के रूप में देख रहा हूं और उनकी तपस्या और समर्पण को सलाम करता हूं। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वे जीवन में किसी भी मुकाम पर पहुंचे लेकिन अपने आपको उन्होंने हमेशा शिक्षक के रूप में ही जीने का प्रयास किया। इसीलिए देश में उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।

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