कर्नाटक में PM मोदी ने स्कूली बच्चों के साथ मेट्रो में किया सफर, आम यात्री की तरह काउंटर पर खरीदी टिकट

Saturday, Mar 25, 2023 - 07:50 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री मोदी ने आज कर्नाटक में व्हाइटफील्ड (कादुगोड़ी) से कृष्णराजपुरा तक 13.71 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन का शनिवार को उद्घाटन किया। 4,249 करोड़ रुपये की लागत से से बनी इस लाइन पर 12 मेट्रो स्टेशन हैं। उन्होंने नव-उद्घाटित मेट्रो लाइन पर सवारी भी की और अपनी यात्रा के दौरान मेट्रो के कर्मचारियों व श्रमिकों समेत विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के साथ बातचीत की। कर्नाटक में मई में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इस मेट्रो लाइन का उद्घाटन किया गया है।

आम यात्री की तरह पीएम ने टिकट खरीदा
व्हाइटफील्ड (कडुगोडी) मेट्रो स्टेशन पर पहुंचने पर, प्रधानमंत्री ने पहले टिकट काउंटर पर एक आम यात्री की तरह एक टिकट खरीदा और फिर इस अवसर पर लगाई गई एक प्रदर्शनी देखी। इस दौरान राज्यपाल थावरचंद गहलोत और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई भी उनके साथ मौजूद थे। अधिकारियों ने कहा कि 12 स्टेशन वाला यह खंड बैयाप्पनाहल्ली से व्हाइटफील्ड तक संचालित ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर (पर्पल लाइन) के पूर्वी हिस्से का विस्तार है।

समय में करीब 40 फीसदी की कमी आएगी
उन्होंने बताया कि इस चरण में 15.81 किलोमीटर लंबी लाइन बननी है जिसमें से आर.के. पुरम से व्हाइटफील्ड तक 13.71 किलोमीटर लंबे हिस्से का शनिवार को उद्घाटन किया गया। उन्होंने बताया कि इस लाइन के शुरू होने से इस रास्ते पर यात्रा समय में करीब 40 फीसदी की कमी आएगी और सड़कों पर जाम भी कम होगा।

छह कोच वाली पांच ट्रेनें इस रूट पर चलेंगी
बेंगलुरु मेट्रो की यह नयी लाइन आईटी पार्कों, निर्यात प्रोमोशन औद्योगिक क्षेत्रों, मॉल, अस्पतालों और विभिन्न फॉर्चुन 500 कंपनियों में काम करने वाले बेंगलुरु वासियों के लिए मददगार होगी। उन्होंने बताया कि बीईएमएल से खरीदी गई छह कोच वाली पांच ट्रेनें इस रूट पर चलेंगी और अन्य ट्रेनों को बैकअप के रूप में रखा गया है। 

मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन
इससे पहले पीएम मोदी ने चिक्कबल्लापुर जिले में मुद्देनहल्ली के सत्य साईं ग्राम में निशुल्क सेवाओं के लिए स्थापित च्श्री मधुसूदन साई इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च' (एसएमएसआईएमएसआर) का शनिवार को उद्घाटन किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि कुछ दलों ने अपने राजनीतिक स्वार्थ और वोट-बैंक की खातिर भाषाओं को लेकर च्च्खेल'' खेला, लेकिन उन्होंने भाषाओं को सही अर्थों में प्रोत्साहित करने के लिए आवश्यक काम नहीं किए।

कन्नड़ एक समृद्ध भाषा
मोदी ने कहा, ‘‘कन्नड़ एक समृद्ध भाषा है। यह एक ऐसी भाषा है जो देश के गौरव को बढ़ाती है। इससे पहले सरकारों ने मेडिकल, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी की कन्नड़ में शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में कदम नहीं उठाए।'' उन्होंने कहा, ‘‘ये राजनीतिक दल नहीं चाहते कि गांवों, गरीब और पिछड़े वर्ग के लोगों के बेटे और बेटियां चिकित्सक या इंजीनियर बनें, जबकि गरीबों के कल्याण के लिए काम करने वाली हमारी सरकार ने कन्नड़ समेत भारतीय भाषाओं में मेडिकल शिक्षा का विकल्प दिया है।'' कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर और मधुसूदन साई इस मौके पर मौजूद थे।

विपक्षों दलों पर हमला 
मोदी ने भारतीय भाषाओं को समर्थन देने की पर्याप्त कोशिश नहीं करने और उन्हें लेकर ‘‘खेल खेलने'' के लिए शनिवार को राजनीतिक दलों पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि ये दल गांवों, पिछड़े वर्ग के लोगों एवं गरीबों को चिकित्सक या इंजीनियर बनते नहीं देखना चाहते। मोदी ने मेडिकल के पेशे में शामिल होने में ग्रामीण एवं गरीब परिवारों के युवाओं के सामने आने वाली चुनौतियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस बात को समझते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने मेडिकल की शिक्षा में कन्नड़ समेत भारतीय भाषाओं में पढ़ाई का विकल्प मुहैया कराया। मोदी ने कहा, ‘‘मैं आपके सामने उस चुनौती का जिक्र करना चाहता हूं, जिसका सामना मेडिकल पेशे के समक्ष है। इस चुनौती के कारण गांवों से आने वाले, गरीब परिवारों से संबंध रखने वाले और पिछड़े वर्ग के युवाओं के लिए चिकित्सक बनना मुश्किल हो गया था।''

rajesh kumar

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