PM मोदी ने पासवान से कहा, मीडिया से क्यों बात करनी है

Sunday, Apr 08, 2018 - 09:21 AM (IST)

नेशनल डेस्कः केंद्रीय खाद्य मंत्री और भाजपा के प्रमुख सहयोगी दल लोजपा नेता रामविलास पासवान ने पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। पासवान भाजपा और अन्य पार्टियों के 16 दलित सांसदों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे थे। उनका मकसद प्रधानमंत्री पर यह दबाव डालना था कि सरकार को एस.सी./एस.टी. एक्ट पर उच्चतम  न्यायालय के फैसले को चुनौती देने के लिए पुनरीक्षा याचिका दायर करनी चाहिए। उच्चतम न्यायालय ने व्यवस्था दी थी कि किसी भी व्यक्ति की गिरफ्तारी अत्याचार या जातिसूचक शब्द कहने की शिकायत की पुलिस द्वारा जांच-पड़ताल  करने के बाद ही की जाए। 15 मिनट तक सांसदों की बातचीत सुनने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्रालय ने पहले ही इस बारे में बात की है तथा विधि मंत्रालय के साथ सलाह-मशविरा किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने सांसदों को आश्वासन दिया कि उनके शासन के तहत समाज के पिछड़े वर्गों के हितों से कोई अन्याय नहीं होगा। बैठक के बाद पासवान ने प्रधानमंत्री से कहा कि क्या इस बैठक के बारे में मीडिया को जानकारी दी जाए। इस पर प्रधानमंत्री ने पासवान की आंखों में आंखें डाल कर देखा और कहा कि मीडिया के साथ क्यों बात करनी है, इसकी कोई जरूरत नहीं। पासवान एकदम घबरा गए और अपनी गलती को महसूस किया। जब प्रतिनिधिमंडल बैठक से बाहर आया तो मीडिया के कर्मचारियों ने सांसदों को घेर लिया। पासवान को मीडिया कर्मियों ने बार-बार पूछा मगर उन्होंने केवल यही कहा कि बैठक बहुत अच्छी रही। उन्होंने आगे कोई बात नहीं की और सीधा जवाब देने से बचते रहे। इस घटना से स्पष्ट हो गया है कि प्रधानमंत्री अपने मंत्रियों पर कैसे कड़ा अंकुश रखते हैं।

Punjab Kesari

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