PM मोदी ने गुजरात में बाढ़ प्रभावित इलाकों का लिया जायजा, 500 करोड़ की मदद का ऐलान
Wednesday, Jul 26, 2017 - 01:24 AM (IST)
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को वर्षा जनित बाढ से गंभीर रूप से प्रभावित अपने गृहराज्य गुजरात का दौरा कर अहमदाबाद हवाई अड्डे पर ही एक आपात समीक्षा बैठक की तथा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद 500 करोड के तत्काल राहत और कई अन्य उपायों की घोषणा की। मोदी ने कहा कि बाढ से हुए नुकसान का शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अलग अलग केंद्रीय दल जायजा लेंगे। किसानों के फसल को हुए नुकसान का आंकलन कर उन्हें तेजी से बीमा का भुगतान कराया जाएगा। मृतकों के आश्रितों को प्रधानमंत्री कोष से दो दो लाख तथा घायलों को 50 हजार रूपए की अतिरिक्त सहायता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी इससे पहले मंगलवार को सुबह दिल्ली जाकर मोदी से मिले थे और उन्हें बाढ के बारे में अवगत कराया। इसके बाद दोनो नेता शाम को एक साथ वायु सेना के विमान से यहां पहुंचे। मोदी ने मुख्यमंत्री के साथ हेलीकॉप्टर से डीसा पहुंच कर बाढ़ प्रभावित उत्तर गुजरात का हवाई निरीक्षण भी किया। ज्ञातव्य है कि गुजरात में लगातार हो रही अति भारी वर्षा के कारण आई बाढ़ की स्थिति भयावह हो गई है और मौसम विभाग ने सर्वाधिक प्रभावित बनासकांठा जिले, जहां कुछ स्थानों पर पिछले 24 घंटे में 18 ईंच तक बरसात हुई है में पिछले 24 घंटे में लगभग 23 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है। पूरे उत्तर गुजरात में 43 हजार से अधिक जिसमें पाटन जिले में 11 हजार से अधिक, अहमदाबाद में छह हजार से अधिक तथा अरवल्ली में दो हजार और साबरकांठा में सवा सात सौ लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
Prime Minister Narendra Modi undertook aerial survey of flood-affected areas in #Gujarat today. (Earlier visuals) pic.twitter.com/yv0uQEpgGp
— ANI (@ANI_news) July 25, 2017
बाढ में फंसे सात सौ से अधिक लोगों को मंगलवार को बचाया गया है। छह राष्ट्रीय राजमार्ग, 26 राज्यस्तरीय राजमार्ग समेत 501 रास्ते और कई स्थानों पर रेल पटरियां क्षतिग्रस्त हो गई है। कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। वर्षा और बाढ से करीब आधा दर्जन और मौतों के साथ ऐसी मौतों की कुल संख्या सरकारी आंकड़ो के अनुसार 84 हो गई है। पर अनअधिकारिक तौर पर यह संख्या इससे कही ज्यादा है। एक हजार से अधिक पशुओं के भी मारे जाने की सूचना है। करीब पांच सौ गांवों में बिजली नहीं है। हजारों लोग अब भी बाढ ग्रस्त क्षेत्रों में फंसे हैं जहां वायु सेना, बीएसएफ, एनडीआरएफ और अन्य एजेंसियां व्यापक राहत और बचाव कार्य कर रही है। उधर उत्तर गुजरात में बाढ़ के चलते धरोई बांध से मंगलवार सुबह से करीब 60 हजार घन मीटर प्रति सेकंड की दर से पानी छोडे जाने के चलते अहमदाबाद शहर के बीचोबीच बहने वाली साबरमती नदी का जलस्तर भी खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है।
साबरमती रिवरफ्रंट को आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है तथा इसका निचला हिस्सा पानी में डूब गया है। शहर के निकटवर्ती चंद्रभागा क्षेत्र में अलर्ट जारी कर लोगों को स्थानांतरित किया जा रहा है। बाढ़ के दौरान कल अरवल्ली जिले के मेघरज में नदी में कार समेत बह गए दो लोगों के शव आज बरामद किए गए हैं। पिछले 24 घंटे में 30 जिलों के 190 तालुका में वर्षा हुई है लेकिन सबसे अधिक वर्षा बनासकांठा, पाटन, साबरकांठा, महेसाणा और गांधीनगर जैसे उत्तरी जिलों में हुई है। दांतीवाडा में सबसे अधिक 18 ईंच वर्षा हुई है तो अन्य स्थानों पर भी चार से 15 ईंच तक बरसात दर्ज की गई है। मंगलवार को भी कई स्थानों पर वर्षा का क्रम जारी रहा। अगले तीन दिन में राज्य के कच्छ समेत कई स्थानों पर भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है।