संसदीय दल का नेता चुने जाने पर PM मोदी बोले-जिम्मेदारी को बढ़ा देता है प्रचंड जनादेश

Saturday, May 25, 2019 - 08:58 PM (IST)

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में गठबंधन की राजनीति को समय की मांग बताते हुये इसे मजबूत करने की जरुरत पर बल देते हुए आज कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन एक विश्वस्त आन्दोलन बन गया है। मोदी ने संसद के केन्द्रीय कक्ष में राजग संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद नवनिर्वाचित सांसदों और घटक दलों के नेताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने राष्ट्र के उज्जवल भविष्य के लिए गठबंधन की राजनीति शुरु की थी और अब इसे आदर्श बनाने की जरुरत है। राजग अब केवल गठबंधन ही नहीं बल्कि विश्वस्त आन्दोलन बन गया है।

उन्होंने कहा कि राजग के दो महत्वपूर्ण स्तंभ हैं जिनमें ‘क्षेत्रीय आकांक्षा और राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा' (नारा) शामिल है। राजग में ‘इनर्जी ' और ‘सिनर्जी' का मेल है और ये ऐसे रसायन हैं जो सभी को जोड़कर चलते है।  प्रधानमंत्री ने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान पैदा हुयी राजनीतिक कटुता को खत्म करने पर जोर देते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों को जनता के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए। जन प्रतिनिधियों का एक दायित्व होता है और चुनाव के दौरान जो उनके साथ रहे और जो भविष्य में उनके साथ होंगे दोंनों को समान रुप से साथ लेकर चलना चाहिए। मानवीय संवेदना में कोई पराया नहीं हो सकता।

पीएम ने कहा कि यह चुनाव प्रचार अभियान उनके लिए तीर्थ यात्रा के समान था जिसमें उन्हें इस बात की अनुभूति हुयी कि जनता जनार्दन है , जनता ही ईश्वर का रुप है। प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनाव में जनता का प्रचंड जनादेश जिम्मेदारी निर्वहन करने के लिए मिला है। वह नयी ऊर्जा एवं उमंग से जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें लोकतंत्र को समझना होगा जो दिनोंदिन परिपक्व हो रहा है । सत्ता का रुतबा मतदाताओं को प्रभावित नहीं करता है वह सेवाभाव को सर झुकाकर स्वीकार करती है। जनता ने सेवाभाव को स्वीकारा है और सेवाभाव से सत्ताभाव सिमटता जाएगा।

मोदी ने कहा कि सरकार के कामकाज को लेकर उसके और जनता के बीच जो दूरी एवं दीवार बनती है वह इस चुनाव में टूट गयी। इस चुनाव ने दिलों को जोड़ा और सामाजिक एकता आन्दोलन बनी। समता भी ममता भी समभाव ममभाव का वातावरण बना। जनता ने नये युग की शुरुआत की है ,हम साक्षी हैं रचयिता नहीं।  उन्होंने कहा कि कई बार अनेक कारणो से सत्ता विरोधी वातावरण बनता है लेकिन इस बार प्रो इन्कमबेंशी वेव बना।

ऐसा सकारात्मक सोच और जनता के सरकार पर विश्वास के कारण हुआ राजनीतिक पंडित जो चुनाव को लेकर धुंधली तस्वीर पेश कर रहे थे वे भी शांत होकर सोचेंगे तो उन्हें वास्तविकता का पता चलेगा। उन्होंने कहा कि देश परिश्रम की पूजा करता है और ईमानदारी को सर आंखों पर बैठाता है जिस पर खरा उतरने की उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहले कभी भी इतने बड़े पैमाने पर मतदान नहीं हुआ था। पहले महिलाएं कम मतदान करती थी लेकिन इस बार उन्होंने न केवल पुरुषों की बराबरी की है बल्कि रिकॉर्ड संख्या में महिला सांसद निर्वाचित हुयी हैं।

Yaspal

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