चुनाव से पहले मोदी की गुजरात को 650 करोड़ की सौगात, जानिए क्या है 'रो-रो' सर्विस

Sunday, Oct 22, 2017 - 04:42 PM (IST)

अहमदाबादः समुद्री तट को देश की उन्नति और समृद्धि का प्रवेश मार्ग बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि पिछले दशकों में केंद्र सरकारों ने समुद्री क्षेत्र के विकास पर ध्यान नहीं दिया और जहाजरानी एवं बंदरगाह क्षेत्र भी उपेक्षित रहा। हमारी सरकार ने समुद्री क्षेत्र में सुधार एवं जल आधारभूत संरचना के विकास के लिए ‘‘सागरमाला’’ परियोजना और 106 राष्ट्रीय जल मार्गो के निर्माण का कार्य शुरू किया है। 45 मिनट से अधिक के संबोधन में अपने मुख्यमंत्रित्व काल और भाजपा सरकार के कार्यकाल में गुजरात के विकास की दिशा में उठाए गए कार्यो का बिन्दुवार ब्यौरा दिया।

रो-रो सर्विस की खासियतें
पीएम मोदी ने भावनगर के घोघा और भरूच के दहेज के बीच 650 करोड़ रुपए की रोल-ऑन रोल ऑफ (रो-रो) फेरी सेवा के पहले चरण का शुभारंभ किया। रो-रो फेरी सर्विस के जरिए सिर्फ यात्री ही नहीं, बल्कि वाहन और माल की ढुलाई भी हो सकेगी। इसमें जो बोट रहेगी, उसमें 150 बड़े वाहनों की ढुलाई और करीब 1000 लोग एकसाथ यात्रा कर सकेंगे। यह पूरा प्रोजेक्ट गुजरात मैरिटाइम बोर्ड ने तैयार किया है।

फिलहाल इस फेरी सर्विस का किराया 600 रुपया रखा गया है, जिसके लिए बाद में भावनगर से पिक-अप प्वाइंट, प्री-बुकिंग, ऑनलाइन बुकिंग भी शुरू की जाएगी। सौराष्ट्र और दक्ष‍िण गुजरात के बीच अगर सड़क से सफर करना है तो कम से कम 10 घंटे का वक्त लगता है। भरूच से भावनगर के बीच सड़क मार्ग से यात्रा के लिए 310 किलोमीटर की दूरी तय करनी होती है, लेकिन समुद्र के रास्ते यह दूरी सिर्फ 31 किमी हो जाएगी। पहली पैसेंजर फेरी बोट घोघा से समुद्री रास्ते दक्षिण गुजरात में दाहेज तक जाएगी।

मोदी के संबोधन की खास बातें
-नई पोत परिवहन नीति और नई विमानन नीति तैयार की है। छोटे-छोटे हवाई अड्डों को सुधारने की पहल शुरू की है।

-अहमदाबाद और मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन परियोजना का कार्य आगे बढ़ाया है।

-देश को 21वीं सदी की परिवहन प्रणाली प्रदान करेंगे जो ‘न्यू इंडिया’ की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा।’’

-‘रो रो फेरी सर्विस’ को दूसरे राज्यों के लिए रोल मॉडल।

-प्रदेश एवं उनकी केंद्र सरकार की पहल से राज्य के विकास के साथ लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।

-पिछले 15 वर्षों में गुजरात ने अपने बंदरगाहों की क्षमता में चार गुना वृद्धि की है।

गुजरात का समुद्री मार्ग सामरिक महत्व का है जहां से दुनिया के किसी दूसरे क्षेत्र में जाना सस्ता और आसान है। गुजरात का नौवहन विकास पूरे देश के लिए आदर्श है।

-रो रो फेरी सर्विस से रोजगार के अवसर बनेंगे ही, तटीय जहाजरानी और तटीय पर्यटन की दिशा में नये अवसर भी पैदा होंगे।

-घोघा से दाहेज की 300 किलोमीटर की दूरी तय करने में 7-8 घंटे लगते थे, लेकिन फेरी सर्विस शुरू होने के बाद महज डेढ़ घंटे में ये रास्ता तय हो जाएगा।

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