पीएम मोदी की योजना ''आयुष्मान भारत'' में अपने ही बने रोड़ा

Sunday, Jul 08, 2018 - 08:22 PM (IST)

नेशनल डेस्कः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महात्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत (मोदी केयर) को लागू करने में बीजेपी शासित महाराष्ट्र और राजस्थान आनाकानी कर रहे हैं। एक अधिकारी ने बताया कि दोनों राज्यों में पहले से ऐसी ही स्वास्थ्य योजना लागू हैं। ऐसे में दोनों राज्य ‘मोदी केयर’ को लागू करने पर पसोपेश में हैं। आयुष्मान भारत के तहत हर परिवार को 5 लाख रुपये तक की स्वास्थ्य बीमा सुविधा देने की योजना है। इससे देश के करीब 10 करोड़ परिवारों को फायदा मिलेगा।



अधिकारी ने बताया कि राजस्थान सरकार ने केंद्र की योजना का स्वागत तो किया है, लेकिन इसे लागू करने के तरीके को लेकर सुनिश्चित नहीं है। इसका कारण है कि राज्य में पहले से ही चल रही भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 4.5 करोड़ लोगों को मुफ्त सुविधा दी जा रही है। राजस्थान में बीमा सुविधा दे रही कंपनी के साथ अगले साल तक का अनुबंध है। ऐसे में राजस्थान सरकार को समझ नहीं आ रहा कि बिना किसी योजना को छेड़े दोनों को एक साथ कैसे लागू किया जाए। आयुष्मान भारत के सीईओ डॉ.  इंदु भूषण ने शुक्रवार को राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे से इस मुद्दे पर चर्चा की थी।



महाराष्ट्र में महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य योजना के तहत 2.2 करोड़ लोगों को दो लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया गया है। महाराष्ट्र ने आयुष्मान भारत को लागू न कर पाने के लिए फंड का हवाला भी दिया है। वहीं ओडिशा “बीजू स्वास्थ्य कल्याण योजना” लागू होने के चलते पहले ही आयुष्मान भारत को लागू करने से इंकार कर चुका है।



पंजाब और दिल्ली ने योजना को लागू करने को लेकर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है और पश्चिम बंगाल सरकार ने असहमत होने के बाद भी योजना को लागू करने की हामी भर दी है। अब तक आयुष्मान भारत की योजना को लागू करने के लिए 25 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।
 

Yaspal

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