''पहले कहते थे बुलेट ट्रेन लेकर आओ, अब लाया हूं तो कह रहे हैं क्यों लाए''

Thursday, Sep 14, 2017 - 07:02 PM (IST)

नई दिल्ली: भारतीय यातायात व्यवस्था के लिए गुरुवार का दिन एतिहासिक था। गुरुवार को पीएम मोदी के प्राइम प्रोजेक्ट बुलेट ट्रेन के लिए आधारशिला रखी गई। इस मौके पर मोदी नरेंद्र मोदी ने अपने विरोधियों की भी जमकर खबर ली। उन्होंने कहा कि पहले कहते थे मोदी बुलेट ट्रेन कब लाएंगे? अब ले आया हूं तो क्या रहे हैं, क्यों लाए। 

साथ ही उन्होंने कहा कि कोई भी देश आधे-अधूरे संकल्पों के साथ कभी भी आगे नहीं बढ़ सकता। बरसों पुराने सपने को पूरा करने की ओर भारत ने अहम कदम बढ़ाया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि जब भी कोई चीज खरीदने जाते हैं तो हम गुजराती एक-एक पैसे का हिसाब लगाते हैं। 

कोई बाइक भी लेने जाते हैं तो बैंक से लोन लेते हैं तो ब्याज से लेकर लोन की अवधि तक सब कुछ बारीकी से देखते हैं। कहीं इसमें कोई घाटा या मुनाफा तो नहीं हो रहा है। अगर कोई आधा पर्सेंट ब्याज भी कम कर दे तो हमें बहुत खुश होते हैं। एेसे में कल्पना कीजिए किसी को ऐसा दोस्त मिल सकता है क्या, जैसा भारत को जापान और शिंजो आबे के रूप में मिला है। 

कोई यह कहे कि बिना ब्याज के लोन ले लो, अभी जल्दी नहीं है 50 साल में चुकाना, तो सोचो कैसा लगा होगा। बता दें, शिंजो आबे ने बुलेट ट्रेन के लिए 88 हजार करोड़ रुपये 0.1 प्रतिशत ब्याज दर से देने का फैसला किया है। 

परियोजना का संचालन नैशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड करेगा। सबसे पहले वडोदरा में प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण किया जाएगा जहां 4 हजार कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस परियोजना के निर्माण में 20 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।

Advertising