अपनी छत पर हवाई जहाज बनाने वाले अमोल के मुरीद हुए PM मोदी, दिया खास उपहार

Monday, Oct 21, 2019 - 01:52 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अपने घर की छत पर विमान बनाने का कारनामा कर दिखाने वाले कैप्टन अमोल यादव के सपनों को पंख लग गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी पहल 'मेक इन इंडिया' के तहत बने पहले स्वदेशी जहाज को डीजीसीए से स्पेशल परमिट टू फ्लाई सर्टिफिकेट दे दिया है। अमोल की इसी उपलब्धि को लेकर पीएम ने उनसे मुलाकात कर प्रमाण पत्र सौंपा। 

इस मुलाकात के बाद अनमोल ने कहा कि मुझे खुशी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस प्रोजेक्ट को फॉलो कर रहे थे। उन्होंने मुझे अपने आवास पर आमंत्रित किया। मुझसे इस प्रोजेक्ट के सिलसिले में उन्होंने कई सवाल पूछे और मदद की बात कही। अमोल यादव ने 19 साल की मेहनत से अपने हवाई जहाज़ को तैयार किया है।

पेशे से पायलट अमोल यादव मुंबई के कांदिवली के रहने हैं और स्पाइस जेट में पायलट हैं। अमेरिका से लौटकर साल 1998 में उन्होंने पहली बार स्वदेशी विमान उड़ाने की कल्पना की थी। पहले 1998 में और 2003 में टू सीटर एयरक्राफ्ट बनाया जो टेस्ट में नाकाम रहा। इस बीच मोदी सरकार ने मेक इन इंडिया की शुरुआत की और अमोल ने अपने भाई के साथ मिल कर साल 2016 में अपनी एक कम्पनी थ्रस्ट एयरक्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड बनाई। मेक इन इंडिया की वजह से अमोल को काफी मदद मिली। इसके बाद केंद्र और महाराष्ट्र सरकार ने भी काफी सहयोग दिया जिसके बाद इनके तीसरा हवाई जहाज़ बनाने में वह कामयाब रहे। 

जेट एयरवेज में डिप्टी चीफ पायलट रहे अमोल ने घर की छत पर एयरक्राफ्ट टीएसी-003 बनाया है। अमोल को डीजीसीएस के इसे उड़ाने के लिए सर्टिफिकेट पाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। इस विमान को 13 हजार फीट तक उड़ान भरने की अनुमति है। यह पहली बार है कि किसी निजी विमान बनाने वाले को डीजीसीए से प्रमाण पत्र मिला है।

vasudha

Advertising