पीएम मोदी की केदारनाथ यात्रा को लेकर सामने आई ये बात, पेश की मिसाल
Sunday, May 07, 2017 - 12:50 PM (IST)
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार 3 मई केदारनाथ दर्शनों के लिए गए थे। उसी दिन मंदिर के कपाट भी खुले थे और पीएम दर्शन करने वाले पहले श्रद्धालु बने थे। पीएम की इस यात्रा एक नई बात सामने आई है तो वीआईपी कल्चर का मोह रखने वालों के लिए एक मिसाल है। दरअसल अपनी इस यात्रा के दौरान पीएम ने वीआईपी कल्चर को दूर तक नहीं अपनाया। उन्होंने रूद्राभिषेक के लिए जरूरी रसीद को नियमानुसार कटवाया और भुगतान शुल्क के रुप में 6500 रुपए अदा किए। पीएम ने केदारनाथ मंदिर समिति के नियमों का पालन किया और पूजा की। प्रधानमंत्री द्वारा कटवाई गई रसीद की तस्वीरें सोशल मीडिया पर आई हैं।
#NoVIP I appreciate PM @narendramodi paying Rs 6500 fee for #Rudrabhishek pooja from his pocket at #Kedarnath pic.twitter.com/RsFGhxskL3
— Rajat Sharma (@RajatSharmaLive) May 6, 2017
वरिष्ठ पत्रकार ने इस तस्वीर को ट्विटर पर शेयर किया और साथ में लिखा, ‘पीएम ने नो वीआईपी मुहिम को बढ़ावा दिया है, मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा रूद्राभिषेक पूजा के लिए अपने जेब से 6500 रुपया देने के उनके इस कदम का सम्मान करता हूं। बता दें कि केदारनाथ धाम में रुद्राभिषेक पूजा के लिए हर आम जन को 6500 रुपए देने पड़ते हैं, इस रकम में पांच लोग भगवान महादेव का रुद्राभिषेक कर सकते हैं। पीएम खुद मन की बात में वीआईपी कल्चर को खत्म करने की बात कह चके हैं, इतना ही नहीं उन्होंने अधिकारियों और नेताओं की गाड़ियों पर लगी लाल, नीली बत्ती से भी मोह त्यागने को कहा था।
सोशल मीडिया पर लोगों ने पीएम के इस कदम की तारीफ की है। एक शख्स ने लिखा है कि जो नियम आप दूसरों को पालन करने के लिए कहते हैं उसका पालन अगर खुद भी करें तो दुनिया बदल सकती है, जो कि हमारे पीएम ने किया। वहीं एक शख्स ने लिखा है कि केदारनाथ धाम में रसीद कटवाने की जगह कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा देना चाहिए। अपनी केदारनाथ की यात्रा के दौरान पीएम पैदल ही वहां उपस्थित लोगों से मिलने के लिए पहुंचे थे और भीड़ में से निकल कर एक भारतीय जवान की गोद में उठाई बच्ची से उन्होंने दुलार भी किया था। इतना ही नहीं मंदिर परिसर में पहुंचने पर उन्होंने एक अधिकारी को अपने जूतों को हाथ लगाने से भी रोक दिया था।