PM मोदी के ''मेक इन इंडिया'' के लिए डॉनल्‍ड ट्रंप चुनौती : चीनी मीडिया

Sunday, Jan 29, 2017 - 07:53 PM (IST)

पेइचिंग : चीन का कहना है कि अमेरिका के नए राष्‍ट्रपति डॉनल्‍ड ट्रंप की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे अहम कदमों में से एक ‘मेक इन इंडिया’ को चुनौती का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा ट्रंप दूसरे देशों को लेकर जो नीतियां अपनाएंगे, उसका असर भारत पर होगा। चीन के सरकारी अखबार ग्‍लोबल टाइम्‍स की रिपोर्ट में कहा गया कि ट्रंप के राष्‍ट्रपति बनने के बाद दोनों देशों के बीच वक्‍त-बेवक्‍त मतभेद पैदा होंगे लेकिन आपसी रिश्‍तों पर इसका ज्‍यादा असर नहीं पड़ेगा। ग्‍लोबल टाइम्‍स ने ट्रंप प्रशासन के दौरान अगले 4 साल के भीतर भारत और अमेरिका के संभावित रिश्‍तों पर अपनी रिपोर्ट में कहा कि पिछले कुछ सालों में भारत और अमेरिका के रिश्‍तों में लगातार प्रगति हुई है।

ट्रंप की नीतियां भारत के लिए हितकर
रिपोर्ट में कहा गया कि ऐसा अनुमान लगाया गया है कि ट्रंप अपने देश में संरक्षणवादी नीतियों को जारी रखते हुए भारतीय बाजार तक ज्‍यादा पहुंच का आग्रह कर सकते हैं। ट्रंप का ’ब्रिंग जॉब्‍स बैक टु अमेरिका (नौकरियों को वापस अमेरिका लाओ)’ मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ के लिए बड़ी चुनौती है। ग्‍लोबल टाइम्‍स ने लिखा कि व्‍यापार के अलावा जिस चीज पर सबसे ज्‍यादा विवाद है वह प्रवासियों का मुद्दा है। ट्रंप ने डिपार्टमेंट ऑफ लेबर को निर्देश दिया है कि वीजा उल्‍लंघन से जुड़े जितने भी मामले हैं, जिनकी वजह से अमेरिकी कामगारों को नुकसान पहुंचा है, उनकी जांच की जाए।

अंतर्राष्‍ट्रीय शांति की दिशा में काम करने वाली संस्‍था कार्नेजी इन्‍डॉमेंट के सेंटर कार्नेजी इंडिया के डायरेक्‍टर राजा मोहन ने कहा कि ट्रंप रूस, चीन और जापान जैसे दुनिया के शक्तिशाली देशों और पाकिस्‍तान और ईरान जैसे भारत के पड़ोस में स्थित मुल्‍कों के लिए जिस नीति का पालन करेंगे, वह भारत के लिए काफी अहम है। रिपोर्ट में कहा गया कि अमेरिका की अपने एशियाई सहयोगियों मसलन, जापान और साउथ कोरिया के साथ संबंधों को जारी रखने वाला कदम भारत के लिए हितकर होगा। 

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