पापुआ न्यू गिनी की अपनी यात्रा कर PM मोदी ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना

Monday, May 22, 2023 - 03:11 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पापुआ न्यू गिनी की अपनी यात्रा सम्पन्न करने के बाद सोमवार को ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो गए। जापान से शुरु हुई उनकी तीन देशों की यात्रा का यह तीसरा एवं अंतिम पड़ाव है। पापुआ न्यू गिनी में प्रधानमंत्री मोदी ने पहले हिंद-प्रशांत द्वीप सहयोग मंच (एफआईपीआईसी) शिखर सम्मेलन की सह-मेजबानी की और द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए प्रशांत द्वीप देशों के नेताओं से मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी 22 से 24 मई तक ऑस्ट्रेलिया की यात्रा पर रहेंगे। वह ऑस्ट्रेलिया के भारतीय समुदाय के सिडनी में आयोजित एक सामुदायिक कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे।

 

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘मैं प्रधानमंत्री जेम्स मारापे का गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए शुक्रिया अदा करता हूं। सिडनी में विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए अब ऑस्ट्रेलिया जा रहा हूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘मेरी पापुआ न्यू गिनी की यात्रा ऐतिहासिक रही। मैं इस अद्भुत राष्ट्र के लोगों से मिले स्नेह को बहुत संजो कर रखूंगा। मुझे एफआईपीआईसी के सम्मानित नेताओं के साथ बातचीत करने और उनके संबंधित देशों के साथ रिश्तों को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा करने का भी अवसर मिला। '' मोदी पापुआ न्यू गिनी की यात्रा करने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं। मोदी ने यहां पापुआ न्यू गिनी के अपने समकक्ष जेम्स मारपे के साथ बातचीत की और उनके द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की।

 

उन्होंने वाणिज्य, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य देखभाल तथा जलवायु परिवर्तन जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर भी चर्चा की। दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए सोमवार को हिंद-प्रशांत द्वीप सहयोग मंच (एफआईपीआईसी) शिखर सम्मेलन की सह-मेजबानी की। प्रधानमंत्री मोदी ने शिखर सम्मेलन के दौरान प्रशांत द्वीपीय देशों से सोमवार को कहा कि वे भारत को अपने विकास के एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में देख सकते हैं क्योंकि वह उनकी प्राथमिकताओं का सम्मान करता है और सहयोग करने का उसका दृष्टिकोण मानवीय मूल्यों पर आधारित है।

 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘भारत आपकी प्राथमिकताओं का सम्मान करता है। आपके विकास में साझेदार बनना हमारे लिए गर्व की बात है... भले वह मानवीय सहायता हो या आपका विकास हो, आप भारत को एक विश्वसनीय साझेदार के तौर पर देख सकते हैं। हमारा दृष्टिकोण मानवीय मूल्यों पर आधारित है।'' भारत का 14 प्रशांत द्वीप देशों (पीआईसी) के साथ जुड़ाव उसकी ‘एक्ट ईस्ट' नीति का हिस्सा है। प्रधानमंत्री मोदी ने 20 से 21 मई तक जापान के हिरोशिमा में जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया और वहां भी कई विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी कीं।

 

इस बीच, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने मोदी के उनके देश पहुंचने से पहले सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की मेजबानी करना उनके लिए ‘सम्मान' की बात होगी। उन्होंने स्थिर, सुरक्षित तथा समृद्ध हिंद-प्रशांत के लिए दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता को भी रेखांकित किया। अल्बनीस ने एक बयान में कहा, ‘‘मैं इस साल की शुरुआत में भारत में अत्यधिक गर्मजोशी से किए स्वागत के बाद ऑस्ट्रेलिया की आधिकारिक यात्रा पर प्रधानमंत्री मोदी की मेजबानी करने को उत्सुक हूं। यह मेरे लिए सम्मान की बात है।''  

Tanuja

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