अहमदाबाद और सूरत मेट्रो का तोहफा, PM मोदी बोले- कोरोना काल में देश विकास की तरफ बढ़ रहा

Monday, Jan 18, 2021 - 11:32 AM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गुजरात को एक और तोहफा देते हुए अहमदाबाद मेट्रो परियोजना के दूसरे चरण और सूरत मेट्रो रेल परियोजना के लिए भूमि पूजन किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में भी देश तेजी से विकास की तरफ बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तरायण की शुरुआत में आज अहमदाबाद और सूरत को बहुत ही अहम उपहार मिल रहा है। कल (रविवार को) ही केवडिया के नए रेल मार्ग और नई ट्रेनों की शुरुआत हुई है। अहमदाबाद से भी आधुनिक जन शताब्दी एक्सप्रेस अब केवडिया तक जाएगी।

 

पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से इस कार्य़क्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी इससे जुड़े। वहीं कार्यक्रम में गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी उपस्थित रहे। ये मेट्रो परियोजनाएं इन शहरों में पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ सार्वजनिक परिवहन प्रणाली उपलब्‍ध कराएंगी।

PM मोदी के संबोधन के प्रमुख अंश

  • आज अहमदाबाद में 17 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के इंफ्रास्ट्रक्चर का काम शुरू हो रहा है। ये दिखाता है कि कोरोना के इस काल में भी नए इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण को लेकर देश के प्रयास लगातार बढ़ रहे हैं।
  • 2014 से पहले के 10-12 वर्ष में सिर्फ 225 किमी मेट्रो लाइन ऑपरेशनल हुई थी। वहीं बीते 6 वर्षों में 450 किमी से ज्यादा मेट्रो नेटवर्क चालू हो चुका है।
  • अहमदाबाद के बाद सूरत गुजरात का दूसरा बड़ा शहर है जो मेट्रो जैसे आधुनिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम से जुड़ेगा।
  • सूरत में मेट्रो नेटवर्क एक प्रकार से पूरे शहर के महत्वपूर्ण व्यापारी केंद्र को आपस में कनेक्ट करेगा।
  • आज हम शहरों के transportation को एक इंटीग्रेटेड सिस्टम के तौर पर विकसित कर रहे हैं। यानी बस, मेट्रो, रेल सब अपने अपने हिसाब से नहीं दौड़ें, बल्कि एक सामुहिक व्यवस्था के तौर पर काम करें, एक दूसरे के पूरक बनें।
  • आज सूरत आबादी के लिहाज से एक तरफ देश का आठवां बड़ा शहर है, लेकिन दुनिया का चौथा सबसे विकसित होता शहर भी है। दुनिया के हर 10 हीरों में से 9 सूरत में तराशे जाते हैं।
  • गुजरात के शहरों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी बीते वर्षों में अभूतपूर्व विकास हुआ है। विशेष रूप से गांव में सड़क, बिजली और पानी की स्थिति में बीते 2 दशकों में जो सुधार आया है। वो गुजरात की विकास यात्रा का बहुत अहम अध्याय है।

अहमदाबाद मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण में कुल 28.25 किलोमीटर की लंबाई के दो कॉरिडोर होंगे। पहला कॉरिडोर मोटेरा स्टेडियम से महात्मा मंदिर तक होगा और इसकी कुल लंबाई 22.83 किलोमीटर होगी जबकि दूसरा कॉरिडोर जीएनएलयू से गिफ्ट सिटी तक होगा और इसकी कुल लंबाई 5.41 किलोमीटर होगी। इन परियोजनाओं पर कुल लागत 5384.17 करोड़ रुपए की आएगी। कुल 40.35 किलोमीटर लंबाई के दो मेट्रो रेल गलियारों वाली सूरत मेट्रो रेल परियोजना की अनुमानित लागत 12020.32 करोड़ रुपए है। इसके सरथना से ड्रीम सिटी तक पहले गलियारे की कुल लंबाई 21.61 किलोमीटर है, जिसमें से 6.47 किलोमीटर हिस्सा भूमिगत है और 15.14 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटिड है।

यह गलियारा 20 स्‍टेशनों- सरथना, नेचर पार्क, कपोदरा, लाभेश्‍वर चौक एरिया, सैंट्रल वेयर हाउस, सूरत रेलवे स्‍टेशन, मस्‍कटी हॉस्पिटल, गांधी बाग, मजूर गेट, रूपाली कनाल, ड्रीम सिटी को जोड़ता है। दूसरा गलियारा भेसन से सरोली लाइन का है जो 18.74 किलोमीटर लंबा है। यह पूरी तरह एलिवेटिड गलियारा है। यह 18 मेट्रो स्‍टेशनों– भेसन, उगाट, वारिग्रह, पालनपुर रोड, एलपी सावनी स्‍कूल, अडाजन गाम, एक्‍वेरियम, मजूर गेट, कामेला दरवाजा, मगोब और सरोली को जोड़ता है।

Seema Sharma

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