नगरोटा में 26/11 पर आतंकी हमले की साजिश नाकाम, PM मोदी बोले- सेना ने फिर दिखाया साहस

Friday, Nov 20, 2020 - 04:33 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नगरोटा एनकाउंटर पर गृह मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, विदेश सचिव के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर भारतीय सेना की तारीफ की। पीएम मोदी ने सिलसिलेवार दो ट्वीट किए और लिखा कि हमारी सेनाओं ने फिर से अदम्य साहस, बहादुरी, पेशेवर रूख का प्रदर्शन किया, जम्मू कश्मीर में जमीनी स्तर की लोकतांत्रिक कवायद को निशाना बनाने की साजिश को नाकाम किया। एक अन्य ट्वीट में पीएम मोदी ने लिखा कि पाकिस्तान आधारित जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकवादियों का मुठभेड़ में मारा जाना, हथियारों और गोला बारूद का बड़ा जखीरा बरामद होना, उनके नापाक मंसूबों के विफल होने की ओर संकेत करता है।

सूत्रों के मुताबिक बैठक में इस बात की जानकारी दी गई कि आतंकवादी 26/11 की वर्षगांठ पर एक बड़े हमले की योजना बना रहे थे। सरकारी सूत्रों के मुताबिक बैठक में खूफिया एजेंसियों के कई अधिकारी भी शामिल हुए और जानकारी दी गई कि आतंकी 26/11 की वर्षगांठ पर हमले करने की फिराक में थे। यानि कि आतंकी एक बार फिर से देश को मुंबई हमले की तरह दहलाना चाहते थे।

बता दें कि गुरुवार को सुरक्षा बलों ने खुफिया सूचना के आधार नगरोटा टोल प्लाजा के पास नाका लगाया था और गाड़ियों की जांच की जा रही थी। तभी सुरक्षा बलों ने एक ट्रक को रूकने का इशारा किया तो ड्राइवर वहां से भाग गया। 

आतंकियों ने की फायरिंग
सुरक्षा बल के जवान जैसे ही ट्रक की चैकिंग के लिए आगे बढ़ने लगे तो उसमें छिपे आतंकियों ने फायरिंग करनी शुरू कर दी जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हुई। जवानों ने कई बार वार्निंग देकर आतंकियों को सरेंडर करने को कहा लेकिन वो लोग नहीं माने। आखिर में सुरक्षा बलों ने आतंकियों को ढेर कर दिया। आईजीपी जम्मू ने कहा कि 11 एके राइफल, तीन पिस्टल, 24 मैगजीन, 29 हथगोले और छह यूबीजीएल ग्रेनेड समेत भारी मात्रा में हथियार, गोलाबारुद और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई। इसके अलावा दवाएं, तार के बंडल, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट और भारी मात्रा में बैग भी आतंकवादियों के पास से बरामद हुए हैं। आईजीपी सिंह ने कहा कि आतंकवादी बड़ी साजिश को अंजाम देने आए थे जिसे नाकाम कर दिया गया।

26/11 आतंकी हमले के जख्म आज भी ताजा
मुंबई में हुए इतिहास के सबसे भयानक आतंकी हमले को 12 साल होने वाले हैं लेकिन उसके जख्म आज भी लोगों के दिलों-दिमाग में ताजा हैं। बता दें कि 26/11/2008 को पाकिस्तानी आतंकियों ने ताज और ट्राइडेंट होटल के साथ-साथ छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पर आतंकी हमला कर दिया था। लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकी समुद्री रास्ते से भारत की व्यावसायिक राजधानी में दाखिल हुए और 170 बेगुनाहों को बेरहमी से गोलियों से छलनी कर दिया था। इस हमले में 308 लोग जख्मी भी हुए। आतंकियों से निपटने के लिए सुरक्षा बल, एनएसजी, एटीएस, मुंबई पुलिस के जवानों ने मोर्चा संभाला था।  आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन में 15 पुलिस अफसर-कर्मचारी और दो एनएसजी कमांडो भी शहीद हुए। मुंबई में हमला करने वालों में एक मात्र आतंकी अजमल कसाब जिंदा पकड़ा गया था जिसे 21 नवंबर 2012 में फांसी दी गई थी।

Seema Sharma

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