''मित्रों'' नहीं ये शब्द है पीएम मोदी का फेवरेट, 750 बार किया इस्तेमाल

Wednesday, Mar 29, 2017 - 01:00 PM (IST)

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषणों को लेकर अक्सर चर्चा रहती है क्योंकि उनके संबोधन की कई बातें लोगों पर सीधा असर डालती हैं और इसका ताजा उदाहरण यूपी और उत्तराखंड में भाजपा को मिली प्रचंड जीत है। कई बार चर्चा होती है कि मोदी ने कौन से नए स्टाइल का कुर्त्ता पहना है। वहीं पिछले दिनों चर्चा थी कि पीएम मोदी अपने भाषण में 'मित्रों' का प्रयोग ज्यादा करते हैं। नए साल पर जब पीएम ने देश के नाम संदेश देना था तो काफी लोग यही देख रहे थे कि वो कितनी बार 'मित्रों' का प्रयोग करते हैं लेकिन मोदी ने ऐसा नहीं किया।

दरअसल एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि मित्रों पीएम मोदी की फेवरेट शब्द नहीं है, उनका फेवरेट शब्द 'भाइयों और बहनों' है। एक न्यूज पेपर में छपी खबर के मुताबिक पीएम ने 26 मई 2014 के बाद से कुल 440 भाषण दिए हैं, जिसमें उन्होंने 750 बार भाइयों-बहनों का प्रयोग किया। पीएम ने मात्र 61 बार 'मित्रों' शब्द का प्रयोग किया है। वहीं उन्होंने 271 बार 'देशवासियों', 121 बार 'महानुभाव' और 81 बार 'साथियों' का प्रयोग किया है। रिपोर्ट के अनुसार, 2015 तक पीएम ने लगातार अपने भाषणों में मित्रों का प्रयोग किया लेकिन उसके बाद देशवासियों और भाइयों बहनों का प्रयोग ज्यादातर तौर पर किया गया।

'मित्रों' शब्द पर लगी थी शर्त
नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने पर पीएम को देश को संबोधित करना था। इससे पहले देश में कई स्थानों, पबों पर यह स्कीम लागू की गई थी कि पीएम अपने भाषण में जितनी बार भी मित्रों बोलेंगे तो उन्हें छूट मिलेगी, इसलिए देशभर के कई लोगों की नजरें उस दिन पीएम के भाषण पर थी लेकिन लोगों के हाथ निराशा लगी।

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