नहीं रहे भजन सम्राट नरेंद्र चंचल,PM मोदी बोले-उन्होंने दुनिया में अपनी आवाज से बनाई अलग पहचान

Friday, Jan 22, 2021 - 04:32 PM (IST)

नेशनल डेस्क: मशहूर भजन गायक नरेंद्र चंचल का शुक्रवार को दिल्ली में निधन हो गया। वह 80 साल के थे। चंचल बीते तीन महीने से बीमार थे। भजन गायक चंचल के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया। पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि लोकप्रिय भजन गायक नरेंद्र चंचल जी के निधन के समाचार से अत्यंत दुख हुआ है। उन्होंने भजन गायन की दुनिया में अपनी ओजपूर्ण आवाज से विशिष्ट पहचान बनाई। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम् शांति!

बता दें कि चंचल के परिवार में उनके दो पुत्र और एक पुत्री है। अपोलो अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक उनके मस्तिष्क में रक्त का जमाव हो गया था। उन्होंने शुक्रवार को करीब साढ़े 12 बजे अंतिम सांस ली। चंचल का जन्म अमृतसर में एक धार्मिक पंजाबी परिवार में 16 अक्तूबर 1940 को हुआ था। उनके घर में धार्मिक माहौल था और उनकी मां भजन और आरती गाया करतीं थीं। चंचल प्रकृति के नरेंद्र ने अपनी मां से गाना सीखा और माता के भक्ति संगीत को अपार लोकप्रियता प्रदान की।

गुलशन कुमार की कंपनी टी सीरिज से उनका करीबी नाता रहा। उन्होंने 1973 में बालीवुड फिल्म पुलिसमैन के लिए पहला गीत गाया। लेकिन 1980 में आई फिल्म ‘आशा' के ‘तूने मुझे बुलाया' तथा 1983 में ‘अवतार' के ‘चलो बुलावा आया है' गीतों ने धूम मचा दी। उन्होंने आधा दर्जन से अधिक फिल्मों के कई गीतों को अपनी आवाज दी। इसके अलावा उन्होंने 1400 से अधिक गीतों, भजनों की 270 से ज्यादा एल्बमों को सुरों से सजाया। उन्हें अमेरिका के जॉर्जिया प्रांत की मानद नागरिकता भी प्रदान की गई थी।

इन फिल्मों में गाए गाने
नरेंद्र चंचल ने राज कपूर की फिल्म बॉबी में 'बेशक मंदिर मस्जिद तोड़ो' गाना गाया था। उनका यह गाना आज भी लोगों की जुबान पर रहता है। 1974 में उन्होंने बेनाम फिल्म में 'मैं बेनाम हो गया' गाना गाया। वहीं 1974 में ही उन्होंने रोटी कपड़ा और मकान में 'बाकी कुछ बचा तो महंगाई मार गई' गाने को आवाज दी थी। इसके अलावा उन्होंने 1985 में फिल्म काला सूरज के लिए दो घूंट पिला दे साकिया और 1994 में फिल्म अनजाने (Anjaane) के लिए हुए हैं कुछ ऐसे वो हमसे पराए गाना गाया।

Seema Sharma

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