कृषि बिल को लेकर PM मोदी का विपक्ष पर वार, कुछ लोग किसानों के कंधे पर रखकर चला रहे बंदूक

Friday, Sep 25, 2020 - 12:24 PM (IST)

नेशनल डेस्कः जाने-माने विचारक, दार्शनिक और भारतीय जनसंघ के सह-संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना संकट में लोगों की सेवा करते हुए कई भाजपा कार्यकर्त्ता कोरोना संक्रमित हो गए और कुछ की तो जान भी चली गई। वहीं पीएम मोदी ने कृषि विधेयक को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। कृषि बिल को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने युवा और किसानों के लिए ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों के जीवन में सरकार जितना कम दखल देगी, उतना बेहतर होगा, आजादी के कई साल बाद तक किसानों के नाम पर कई नारे लगे लेकिन उनके नारे खोखले थे।

पीएम मोदी के संबोधन के प्रमुख अंश

  • बदलते हुए समय में बहुत कुछ तेजी से बदल रहा है। भाजपा के कार्यकर्त्ताओं ने कोरोना काल  में जिस तरह की Flexibility और adoptability दिखाई है, वो भी प्रशंसनीय है। कोरोना काल में भी हमने ये कर दिखाया है।
  • देश को आजाद हुए तो 70 साल से ज्यादा हो गए, लेकिन किसानों को अपनी उपज अपने हिसाब से बेचने की आजादी अब मिल रही है।
  • कृषि बिल से छोटे किसानों को सबसे अधिक फायदा होगा। अब किसान की मर्जी है कि वो कहीं पर भी फसल बेचे, जहां पर किसान को अधिक दाम मिलेगा वो वहां बेच सकेगा। भाजपा के कार्यकर्त्ताओं को आसान भाषा में किसानों को समझाना होगा। जिन्होंने किसानों से झूठ बोला, अब वो किसान के कंधे पर बंदूक रखकर चला रहे हैं, ये लोग झूठ फैलाकर किसान को बरगला रहे हैं।
  • किसानों को कानूनों में उलझाकर रखा गया, जिसकी वजह से वो अपनी फसल कहीं बेच नहीं पा रहा था। हमने MSP में रिकॉर्ड बढ़ोतरी की, अबतक एक लाख करोड़ रुपए से अधिक किसानों को दिए जा चुके हैं। यूपीए सरकार ने सिर्फ 20 लाख करोड़ का ऋण किसानों को दिया था, लेकिन हमारी सरकार ने 35 लाख करोड़ से अधिक का लोन दिया।
  • राष्ट्र हित में जो योजनाएं बनाई गई हैं उन्हें लोगों तक पहुंचाना है ही, हमें अपने सामाजिक दायित्व को सजगता से निभाना है। अगर कोरोना के इस कालखंड की ही बात करें, तो दो गज़ की दूरी, मास्क, हाथ की साफ-सफाई, इन सभी के लिए जागरूकता फैलाना, निरंतर जरूरी है।

Seema Sharma

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