पुडुचेरी में बोले PM- कांग्रेस ने 48 साल राज किया, हमने 48 महीने काम किया

punjabkesari.in Sunday, Feb 25, 2018 - 03:46 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्र शासित पुड्डुचेरी के दौरे पर आज यहां पहुंचे। मोदी का प्रधानमंत्री बनने के बाद यह पहला पुड्डुचेरी दौरा है। एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि लंबे अरसे के बाद यहां आकर खुद को भाग्यशाली मान रहा हूं। उन्होंने कहा कि यहां के लोगों के साथ विकास में भेदभाव हुआ है। भारत के बाद आजाद होने वाले देश हमसे आगे हैं। पीएम ने कहा कि यह केंद्र शासित राज्य विकास की दौड़ में क्यों पिछड़ा, यह कांग्रेस को बताना चाहिए।
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कांग्रेस रिमोट कंट्रोल से चलाती रही सरकार
मोदी ने कहा कि लोगों को यह देखना चाहिए कि एक परिवार के 48 साल शासन की तुलना में राजग सरकार ने 48 महीने में क्या किया। उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरु ने लगभग 17 सालों तक इस देश का शासन संभाला, उसके बाद उनकी बेटी ने लगभग 14 सालों तक देश का काम संभाला। 2004 से 2014 तक यह परिवार रिमोट कंट्रोल से सरकार चलाता रहा। यदि कुल मिलाकर हिसाब लगाएं तो इस एक परिवार ने लगभग 48 सालों तक इस देश के शासन तंत्र को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से चलाया है।
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नारायणसामी पर साधा निशाना
पीएम ने पुडुचेरी के सीएम नारायणसामी को निशाने पर लेते हुए कहा कि मैं उनको शुभकामना देता हूं कि जून के बाद कांग्रेस में उनका कद बढ़ने वाला है, क्योंकि पूर्वोत्तर और कर्नाटक चुनावों के बाद पूरे देश में अकेले नारायणसामी ही कांग्रेस के सीएम बचने वाले हैं। फिर कांग्रेस उन्हें कंधे पर बिठाकर दिखाएगी कि वह पूरे देश में अकेले कांग्रेसी सीएम बचे हैंं। रविवार सुबह पुडुचेरी पहुंचने पर उपराज्यपाल किरण बेदी, मुख्यमंत्री वी नारायणसामी और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों तथा अन्य गयमान्य लोगों ने पीएम का स्वागत किया। मोदी यहां से श्री अरबिंदो आश्रम गये जहां उन्होंने कुछ मिनट ध्यान किया और आश्रम स्कूल के छात्रों से संक्षिप्त बातचीत की।
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पीएम के आश्रम आने पर महिला ने दी सुसाइड ​की धमकी 
बता दें कि इस दौरे से पहले एक महिला ने धमकी दी थी कि अगर पीएम आश्रम पहुंचे तो वह आत्महत्या कर लेगी। इस महिला ने आश्रम के कर्मचारियों पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। इसके बाद महिला और फैमिली को आश्रम छोड़ना पड़ा था। हेमलता प्रसाद के अनुसार वर्ष 2002 में वह और उसकी 4 बहनों ने मद्रास हाईकोर्ट से आश्रम के कुछ कर्मचारियों द्वारा यौन शोषण किए जाने की शिकायत की थी। इसके बाद न्यायलय ने उन्हे आश्रम खली करने का निर्देश दे दिया। लेकिन ऐसा नहीं करने पर उन्हें धक्के मारकर निकाल दिया गया। इसी बात से महिला नाराज है और उसने आत्महत्या की धमकी दी। 


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