असम में छात्रों से बोले PM मोदी- असफलता के डर से ऊपर उठकर सोचो, रिस्क लेने से घबराएं नहीं

Friday, Jan 22, 2021 - 12:49 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को तेजपुर केंद्रीय विश्वविद्यालय के 18वें दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज 1200 से ज्यादा छात्रों के लिए जीवनभर याद रहने वाला क्षण है। आपके शिक्षक, आपके माता-पिता के लिए भी आज का दिन बहुत अहम है। पीएम मोदी ने कहा कि सबसे बड़ी बात है कि आज से आपके करियर के साथ तेजपुर विश्वविद्यालय का नाम हमेशा के लिए जुड़ गया है। पीएम मोदी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार आज जिस तरह नार्थ-ईस्ट के विकास में जुटी है, जिस तरह कनेक्टिविटी, शिक्षा और स्वास्थ्य हर सेक्टर में काम हो रहा है, उससे आपके लिए अनेकों नई संभावनाएं बन रही हैं। इन संभावनाओं का पूरा लाभ उठाइए।

 

 

पीएम मोदी के संबोधन के प्रमुख अंश

  • ऑस्ट्रलिया में भारतीय क्रिकेट टीम को मिली टेस्ट श्रृंखला में जीत का उदाहरण देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि तमाम चुनौतियों के बावजूद उन्होंने मैच में जीत हासिल की। हमारे युवा खिलाड़ियों ने चुनौतियों का सामना किया और समाधान तलाशे। कुछ खिलाड़ियों में अनुभव जरूर कम था लेकिन हौसला उतना ही बुलंद था। उनको जैसे ही मौका मिला, उन्होंने इतिहास बना दिया। 
  • क्रिकेट के मैदान पर भारतीय क्रिकेट टीम के प्रदर्शन से हमें सीख मिलती है कि हमें अपनी क्षमता पर विश्वास होना चाहिए, सकारात्मक माइंडसेट से काम करने पर रिजल्ट भी सकारात्मक ही आता है। 
  • अगर आपके पास एक तरफ सेफ निकल जाने का विकल्प हो और दूसरी तरफ मुश्किल जीत का विकल्प हो तो आपको विजय का विकल्प जरूर चुनना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर जीतने की कोशिश में कभी कभार असफलता भी हाथ लग गई तो इसमें कोई नुकसान नहीं है। 
  •  रिस्क लेने से, प्रयोग करने से डरना नहीं है। हमें प्रोएक्टिव और निर्भीक होना पड़ेगा।
  • आज का भारत समस्या के समाधान के लिए बड़े स्तर पर काम करने से भी पीछे नहीं हटता। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के काल में आत्मनिर्भर भारत अभियान हमारी शब्दावली का अहम हिस्सा हो गया है। हमारे अंदर वो घुल मिल गया है। हमारा पुरुषार्थ, हमारे संकल्प, हमारी सिद्धि, हमारे प्रयास ये सब हम अपने ईर्द-गिर्द महसूस कर रहे हैं। समारोह के दौरान असम के राज्यपाल जगदीश मुखी, मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी उपस्थित थे।

दीक्षांत समारोह में 2020 में उत्तीर्ण 1218 छात्रों को डिग्री और डिप्लोमा प्रदान किए गए। डिग्री प्राप्‍त करने वालों में विभिन्न स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में सर्वाधिक अंक पाने वाले 48 छात्रों को गोलेड मेडल भी प्रदान किया गया। दीक्षांत समारोह कोविड-19 से बचाव के नियमों का पालन करते हुए आयोजित किया गया। केवल पी.एच.डी. और स्वर्ण पदक प्राप्‍त करने वाले छात्र ही व्‍यक्तिगत रूप से डिग्री और पदक के लिए उपस्थित हुए जबकि अन्‍य छात्रों को डिजिटल माध्‍यम से डिग्री और डिप्लोमा प्रदान किए गए।

Seema Sharma

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