Bye-Bye 2018: महाराष्ट्र में इस साल सुर्खियों में रही प्लास्टिक पर पाबंदी और भयंकर आग

Friday, Dec 21, 2018 - 04:22 PM (IST)

नेशनल डेस्क: साल 2018 के अब कुछ ही दिन शेष बचे हुए हैं। अब दुनिया नए साल की तैयारियों में जुट गई है। इस साल में जहां हमने काफी खुशियों के पल जिए हैं तो वहीं दूसरी ओर कभी ना भूलने वाले दर्द भी मिले हैं। इस साल बाघिन अवनि की हत्या, राज्य में प्लास्टिक पर पाबंदी और आरे कॉलोनी की भयंकर आग महाराष्ट्र के पर्यावरण परिदृश्य पर छाये रही। जानिए 2018 में सुर्खियों में रही कुछ घटनाओं के बारे में:-


 राज्य सरकार ने मार्च में प्लास्टिक सामग्री के विनिर्माण, उपयोग, बिक्री, वितरण और भंडारण पर रोक लगा दी थी और वर्तमान भंडार के निपटान के लिए तीन महीने का वक्त दिया था। इस पाबंदी को सख्त बनाने की दिशा में पहली बार इस नियम को तोडऩे वाले पर 5000 रुपये, दूसरी बार तोडऩे वाले पर 10000 रुपये और तीसरी बार के लिए 25000 रुपये और तीन माह की कैद की सजा का प्रावधान किया यगा। साल के आखिर में महाराष्ट्र इस साल के निम्न वर्षा के कारण सूखे की चपेट में आ गया। सरकार ने सभी 36 जिलों में से 26 में 151 तालुकों को सूखा प्रभावित घोषित कर दिया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने इसके लिए केंद्र से 7,962.63 करोड़ रुपये की सहायत मांगी है। 


चार दिसंबर को मुम्बई में उपनगरीय क्षेत्र गोरेगांव की आरे कॉलोनी में चार दिसंबर को भयंकर आग लग गयी और करीब चार किलोमीटर क्षेत्र में पेड़-पौधे और अन्य वनस्पतियां जलकर राख हो गयीं। आग बुझाने में दमकल विभाग को करीब 12 घंटे लगे। पर्यावरण मंत्री रामदास कदम ने इस घटना को संदिग्ध बताया और इसकी जांच के लिए राज्य के गृह सचिव को पत्र लिखा। पर्यावरणविदों के कान खड़े हो गये क्योंकि इससे शहर के सबसे बड़े हरित क्षेत्र के जनजातियों के जीवन पर खतरा मंडराने लगा। उधर आरे कॉलोनी के संदर्भ में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाने वाले कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि यह दुर्घटनावश लगी आग नहीं है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने भी इस विषय पर प्रदर्शन किया।  


दो शावकों की मां अवनि की इस साल दो नवंबर को नवाब शफाअत अली के बेटे एवं प्रसिद्ध शार्पशूटर असगर अली ने विवादास्पद तरीके से गोली मार कर हत्या कर दी थी। इससे पहले अवनि ने जून, 2016 से अबतक करीब 13 लोगों को कथित रुप से मार डाला था। अवनि के मारे जाने पर महाराष्ट्र के वन मंत्री और केंद्रीय मंत्री के बीच वाकयुद्ध हआ। केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कहा, कि विभिन्न पक्षों के कई अनुरोधों के बावजूद (महाराष्ट्र के वन मंत्री) सुधीर मुनगंटीवार ने मारने का आदेश दिया। मेनका ने मुनगंटीवार के इस्तीफे की मांग की। दोनों ही भाजपा के नेता हैं। जांच में सामने आया कि नियमों का उल्लंघन किया गया और इस बात की आशंका प्रकट की गयी कि क्या सही में अवनि को आत्मरक्षार्थ मारा गया जैसा कि राज्य सरकार ने दावा किया। 

vasudha

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