पर्वतीय इलाकों में बाघों के संरक्षण के लिए बनेगा मास्टर प्लान

Tuesday, Sep 03, 2019 - 09:03 PM (IST)

नई दिल्ली : पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मंगलवार को कहा कि सरकार जल्द ही पर्वतीय इलाकों में बाघों के संरक्षण को लेकर एक मास्टर प्लान बनायेगी। जावड़ेकर ने पर्वतीय इलाकों में बाघों के निवास स्थलों पर यहां ग्लोबल टाइगर फोरम द्वारा तैयार एक रिपोर्ट जारी करने के बाद यह बात कही। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट से यह बात सामने आई है कि पर्वतीय क्षेत्रों की पारिस्थिकी भी बाघों के लिए अनुकूल होती है। 

रिपोर्ट के तथ्यों को संज्ञान में लेकर सरकार जल्द ही इस पर एक मास्टर प्लान तैयार करेगी। रिपोर्ट में पर्वतीय इलाकों में बाघों के संरक्षण की सिफारिश की गई है। इसमें ऐसे संभावित क्षेत्रों, गलियारों तथा मानवजनित दबावों की पहचान करने की भी सलाह दी गई है। रिपोर्ट तैयार करने के लिए फोरम ने भारत, भूटान और नेपाल के पर्वतीय इलाकों के बाघों पर अध्ययन किया, हालांकि इसमें बाघों के निवास वाले सभी क्षेत्रों का अध्ययन नहीं किया गया है। 

इसमें सलाह दी गई है कि बाघों की मौजूदगी, उनके लिए उपलब्ध शिकार और उनके निवास स्थलों का विस्तार से अध्ययन किया जाना चाहिए ताकि भविष्य की दिशा तय की जा सके। फोरम ने कहा है कि भूमि के सोच-समझ कर इस्तेमाल से बाघों के पर्वतीय निवास की रक्षा की जानी चाहिए। दक्षिण एशिया के कई इलाकों में बाघों की छिटपुट मौजूदगी है और उनके संरक्षण के लिए सजग प्रयास की जरूरत है।
 

shukdev

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