पीलीभीत एनकाउंटर: 3 खालिस्तानी आतंकी ढेर, दो AK-47 और पिस्टल बरामद, इलाके में दहशत
punjabkesari.in Monday, Dec 23, 2024 - 09:26 AM (IST)
नेशनल डेस्क। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में सोमवार सुबह पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली। यूपी और पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ में तीन खालिस्तानी आतंकियों को मार गिराया। मारे गए आतंकियों के पास से दो AK-47 राइफल और दो पिस्टल बरामद की गई हैं।
घटना का पूरा विवरण
यह मुठभेड़ पीलीभीत के पूरनपुर क्षेत्र में हरदोई ब्रांच नहर के पास सुबह करीब 5 बजे हुई। मारे गए आतंकवादियों की पहचान गुरविंदर, जसप्रीत और रवि के रूप में हुई है। तीनों आतंकी खालिस्तानी कमांडो फोर्स के सदस्य थे।
पंजाब पुलिस को थी लंबे समय से तलाश
ये तीनों आतंकी पंजाब के गुरदासपुर पुलिस चौकी पर ग्रेनेड फेंकने के मामले में वांछित थे। पंजाब पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई थी। जब उनकी लोकेशन पीलीभीत के पूरनपुर क्षेत्र में मिली तो पंजाब पुलिस ने यूपी पुलिस से मदद मांगी।
कैसे हुआ एनकाउंटर?
- लोकेशन ट्रेस: आतंकियों की लोकेशन हरदोई ब्रांच नहर के पास मिली।
- घेराबंदी: पंजाब और यूपी पुलिस की संयुक्त टीम ने सुबह-सुबह इलाके की घेराबंदी की।
- मुठभेड़: पुलिस के रोकने पर आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने तीनों को ढेर कर दिया।
- इलाके में दहशत: गोलियों की आवाज से आसपास के गांवों में दहशत फैल गई।
घटना के बाद की स्थिति
- चिकित्सकीय पुष्टि: पुलिस ने घायल आतंकियों को पूरनपुर के सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) ले जाया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
- एसपी का निरीक्षण: पीलीभीत के एसपी ने मौके पर पहुंचकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली।
बरामद हथियार और आरोप
- हथियार: आतंकियों के पास से दो AK-47 राइफल और दो पिस्टल बरामद हुई हैं।
- अपराध: ये आतंकी गुरदासपुर पुलिस चौकी पर ग्रेनेड फेंकने के मामले में शामिल थे।
स्थानीय लोगों में दहशत
मुठभेड़ के दौरान गोलियों की आवाज से गांव के लोग सहम गए। आसपास के इलाके में दहशत फैल गई। लोग समझ नहीं पाए कि क्या हो रहा है।
अंत में बता दें कि पंजाब और यूपी पुलिस की इस संयुक्त कार्रवाई से खालिस्तानी आतंकवादियों के एक बड़े खतरे को टाल दिया गया है। यह मुठभेड़ पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। फिलहाल पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आतंकियों के और कौन-कौन से संपर्क थे।