पाकिस्तान में मन्दिरों पर हमलों को लेकर पाक मानव अधिकार आयोग में याचिका दाखिल

Tuesday, Sep 14, 2021 - 06:30 PM (IST)

पेशावरः पाकिस्तान में हिंदुओं और उनके मंदिरों पर हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं।  पिछले माह अगस्त के अंत में पाक के सिंध प्रांत स्थित खिप्रो में जन्माष्टमी के दिन पूजा कर रहे हिंदुओं पर हमले के बाद श्रीकृष्ण की मूर्ति को भी तोड़ने के मामले का कड़ा संज्ञान लेते हुए पाकिस्तान के मानव अधिकार आयोग में याचिका दाखिल की गई है। सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने पाकिस्तान ह्यूमन राइट्स कमीशन में दाखिल अपनी याचिका में पाकिस्तान मे तोड़े गए मंदिरों के पुनर्निर्माण कराने और आगे ऐसी घटना ने हो इसके लिए पाकिस्तान सरकार को कड़े नियम बनाने का निर्देश देने की मांग की है।

इसके अलावा पाकिस्तान स्थित सभी मंदिरों किं सुरक्षा के।लिए सभी मंदिरों पर दो सुरक्षा कर्मी तैनात करने की मांग की है। बता दें कि पाकिस्तान में आए दिन हिंदू मंदिरों पर हमला होता रहता है। इससे पहले जुलाई के अंतिम हफ्ते में पंजाब सूबे के रहीम यार खान के पास स्थित भोंग में गणेशजी के मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी। वहीं सिंध सूबा मंदिरों पर हमले और धर्म परिवर्तन के लिए बदनाम है। इस राज्य में लगातार मंदिरों पर हमले होते रहे हैं, जबकि हिंदू लड़कियों को अगवा कर उनका धर्म परिवर्तन भी कराए जाने की खबरें आती रहती है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अक्टूबर 2020 में सिंध प्रांत के थारपारकर जिले में स्थित नागारपारकर में धार्मिक अतिवादियों ने दुर्गा माता की मूर्ति को खंडित कर दिया गया था। वहीं सितंबर 2020 में सिंध प्रांत के बादिन जिले में एक मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी। गौरतलब है कि पाकिस्तान में इस्लाम के खिलाफ ईशनिंदा के झूठे आरोप में भी माब लिंचिंग या मौत की सजा दी जाती है, लेकिन गैर-मुस्लिम देवताओं के खिलाफ अपराध में कोई सजा नहीं होती है। पाक की इमरान खान सरकार अपने नए पाकिस्तान में भेदभाव खत्म करने अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा करने में नाकाम साबित हुई है। 

 

Tanuja

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