कर्नाटक: पेजावर मठ के स्वामी विश्वेश तीर्थ का निधन, PM मोदी ने जताया शोक

Sunday, Dec 29, 2019 - 12:31 PM (IST)

बेंगलुरुः पेजावर मठ के प्रमुख विश्वेश तीर्थ स्वामी का रविवार को निधन हो गया। उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। डॉक्टरों ने शनिवार को कहा था कि उनकी हालत बिगड़ती जा रही है। पेजावर मठ उडुपी के 'अष्ट' मठों में से एक है। मनिपाल के मेडिकल अधीक्षक के मुताबिक उनकी हालत बेहद नाजुक थी और कोई सुधार नहीं हो रहा था। उन्होंने बताया था कि वह सुबह बेहोशी की हालत में थे। उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था लेकिन उनका मस्तिष्क भी सामान्य रूप से काम नहीं कर रहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वामी विश्वेश तीर्थ के निधन पर संवेदना प्रकट की। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वामाजी लाखों लोगों के दिलों में हमेशा बने रहेंगे। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘उडुपी के श्री पेजावर मठ के श्री विश्वेश तीर्थ स्वामीजी उन लाखों लोगों के दिलो-दिमाग में बने रहेंगे, जिनके लिए वह हमेशा मार्गदर्शक की भूमिका में रहे हैं।''

प्रधानमंत्री ने कहा कि वह अध्यात्म और सेवा के शक्तिपुंज थे और उन्होंने अधिक न्यायपूर्ण और करुणामय समाज के लिए लगातार काम किया। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं अपने आपको भाग्यशाली मानता हूं कि श्री विश्वेश तीर्थ स्वामीजी से कई बार सीखने का मौका मिला। गुरु पूर्णिमा के अवसर पर हमारी हाल की मुलाकात भी यादगार है। उनका असाधारण ज्ञान हमेशा ही ध्यान आकर्षित करने वाला रहा। उनके अनगिनत अनुयायियों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं।'' मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने विश्वेश तीर्थ स्वामी के निधन पर दुख जताया है।

बता दें कि स्वामी (88) को सांस लेने में कठिनाई की शिकायत के बाद 20 दिसंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और तब से वह आईसीयू में थे। डॉक्टरों ने पहले कहा था कि स्वामी जी का निमोनिया का इलाज चल रहा था। तटीय क्षेत्र का दौरा कर रहे येदियुरप्पा शनिवार को स्वामी को देखने अस्पताल पहुंचे।

वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती स्वामी जी की शिष्या हैं। उमा भारती ने उन्हें समाज के सभी वर्गों के लोगों के श्रद्धेय और दुर्लभतम संत बताया। उमा भारती ने कहा कि मेरे लिए वह न केवल गुरु हैं बल्कि पिता की तरह हैं। उमा करीब एक सप्ताह से उडुपी में ही हैं। उमा ने 1992 में स्वामी जी से संन्यास दीक्षा ली थी।


 

Seema Sharma

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