कोरोना से उबर रहे 22 फीसदी मरीज हुए 'लॉन्ग कोविड सिंड्रोम' के शिकार, सांस लेने में हो रही परेशानी

Monday, Jul 05, 2021 - 05:12 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कोरोना से अगर आप जंग जीत चुके हैं तब भी आपको सावधानी बरतने की सख्त जरूरत है। दरअसल, एम्स में एक अध्ययन किया गया है जिससे पता चला है कि कोरोना वायरस संक्रमण का शिकार होने वाले 22 फीसदी मरीज अलग-अलग बीमारियों से तीन से छह महीने तक जूझते रहे हैं। ऐसे में डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना से उबरने के बाद सतर्कता बरतें और अगर आपको किसी भी तरह की परेशानी हो रही है तो डॉक्टर से संपर्क करें।

एम्स के मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर व अध्ययन करने वाली टीम के सदस्य डा. नीरज निश्चल ने जानकारी देते हुए कहा है कि यूनाइटेड किंगडम के एनआइसीई (नेशनल इंस्टीट्यूट फार हेल्थ एंड केयर एक्सीलेंस) द्वारा तय मानकों के अनुसार अगर किसी में चार से 12 सप्ताह या उससे अधिक समय तक कोरोना के लक्षण बरकरार रहते हैं तो इसे लॉन्‍ग कोविड सिंड्रोम कहा जाता है। ऐसा होने पर शरीर में ब्लड क्लाट की समस्या देखी जा रही है। इसके अलावा फेफड़ों में संक्रमण होने की वजह से सांस लेने में लंबे समय तक परेशानी हो सकती है।

उन्होंने बताया है कि मध्यम व गंभीर संक्रमण के मरीजों के इलाज में कई तरह की दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है। आप सकारात्मक सोच, सांस से संबंधित योग व व्यायाम से इस समस्या पर भी काबू पा सकते हैं।

Hitesh

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