पतंजलि ने सांवलेपन को बताया त्वचा की बीमारी, विवाद बढ़ने पर बाबा रामदेव ने दी सफाई
Tuesday, Jan 09, 2018 - 08:43 PM (IST)
नई दिल्लीः बाबा रामदेव की कंपनी का एक और विज्ञापन विवादों में आ गया है। इस बार उनकी कंपनी के इस विज्ञापन में झुर्रियों की तरह सांवलेपन को भी स्किन प्रॉब्लम बताया गया था। पतंजलि के छपे विज्ञापन की सोशल मीडिया में आलोचना हो रही है। इस विज्ञापन में यह भी दावा किया गया है कि पतंजलि ब्यूटी क्रीम के इस्तेमाल से न केवल रंग निखरता है बल्कि उपभोक्ता के आत्मविश्वास में भी सौ फीसदी की बढ़ोत्तरी होती है।
सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना झेलने के बाद बाबा रामदेव ने सफाई दी है। रामदेव ने लिखा है कि कुछ लोग जान बूझकर विवाद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं जबकि पूरा मामला ट्रांसलेशन और कॉपी राइटिंग में हुई गलती से जुड़ा हुआ है। इस दौरान पतंजलि के विज्ञापन पर कई यूजर्स ने प्रतिक्रिया दी है और सीधे बाबा रामदेव पर तंज कसते हुए लिखा है कि सभी मल्टीनेशनल कंपनियों की तरह आपकी कंपनी भी लोगों में रंगभेद और हीनभावना पैदा करके बिजनेस करना चाहती है।
हमने Skin Complications (त्वचा के विकार), शब्द approve किया था जो translation/copy-writing में ग़लती से बदल गया। मैंने कभी रंग-भेद की बात नहीं की और हमेशा क़ुदरती सौंदर्य को निखारने के आयुर्वेदिक उपाय बताये हैं। कुछ लोग एक शब्द को पकड़ कर विवाद पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं https://t.co/au3odkJ6uH
— Swami Ramdev (@yogrishiramdev) January 9, 2018
इस पर रामदेव ने सोशल मीडिया पर लिखा है, “हमने Skin Complications (त्वचा के विकार), शब्द approve किया था जो translation/copy-writing में ग़लती से बदल गया।” साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने कभी रंग-भेद की बात नहीं की और हमेशा क़ुदरती सौंदर्य को निखारने के आयुर्वेदिक उपाय बताये हैं। कुछ लोग एक शब्द को पकड़ कर विवाद पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं।