गुजरात चुनावः कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर बवाल, हाईकमान ने भेजी 4 नेताओं की टीम

Thursday, Nov 23, 2017 - 05:39 PM (IST)

नेशनल डेस्कः गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस में टिकट बंटवारे के बाद बवाल हो रहा है। इसके चलते अब ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने यहां डैमेज कंट्रोल के लिए टीम भेजी है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इस टीम में चार नेता हैं। ये टीम नाराज पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को मनाने की कोशिश कर रही है। 

सूरत गुजरात के कपड़ा कारोबारियों का गढ़ है। यहां राजपूत और पाटीदार काफी हैं। यहां के कारोबारियों में जीएसटी को लेकर बीजेपी के खिलाफ नाराजगी देखी गई है। सूरत कितना अहम है, इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कुछ दिन पहले अमित शाह यहां दो दिन रुके थे और यहां के तमाम कारोबारियों और क्षेत्रीय नेताओं से बातचीत की थी। शाह ने उन्हें कारोबारी दिक्कतें दूर करने का भरोसा भी दिलाया था। इस वजह से कांग्रेस इसे कैश करना चाहती है लेकिन अब यहां जिस तरह के हालात कांग्रेस के सामने हैं। उससे पार्टी का हाईकमान खासा परेशान है। 

सूरत बना कांग्रेस के चिंता का विषय
एजेंसी से बातचीत में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने गुजरात कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी नेताओं में नाराजगी की बात मानी। उन्होंने कहा, हमारे लिए हर कार्यकर्ता अहम है। कांग्रेस के लिए कारोबारियों का गढ़ सूरत सबसे खास है और अब यहीं से पार्टी नेताओं के बीच विरोध के स्वर उठ रहे हैं। उन्होंने बताया, दिक्कत किसी एक नेता को लेकर होती तो भी ठीक था लेकिन यहां तीन नेताओं ने पार्टी छोड़ दी। बता दें कि सूरत में कांग्रेस को कामयाबी की उम्मीद दिख रही थी लेकिन यहां के तीन बड़े नेताओं ने टिकट बंटवारे से नाराज होकर पार्टी ही छोड़ दी। इसी वजह से कांग्रेस हाईकमान को अब नतीजों की फिक्र होने लगी है। 

पार्टी ने इन चार नेताओं को सौंपी कमान
सूरत में हालात और ज्यादा बदतर न हो जाए इसके चलते कांग्रेस हाईकमान ने यहां बड़े नेताओं की एक टीम भेजी। इस टीम में गुलाम नबी आजाद, मुकुल वासनिक, तरुण गोगोई और बीके. हरिप्रसाद शामिल हैं। राज्यसभा सांसद आजाद को अहमदाबाद, असम के पूर्व सीएम गोगोई को उत्तर गुजरात, पूर्व केंद्रीय मंत्री मुकुल वासनिक को सौराष्ट्र और बीके. हरिप्रसाद को दक्षिण गुजरात की जिम्मेदारी दी गई है।

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