मोदी सर का छात्रों को गुरु मंत्र- किसी से अपेक्षा न रखिए, नहीं होगा Mood off...मन को करें मैनेज
Monday, Jan 20, 2020 - 01:25 PM (IST)
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों से पढ़ाई के अलावा गेम, आर्ट्स और म्यूजिक आदि अन्य एक्टिविटी में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने को कहा। मोदी ने सोमवार को ‘परीक्षा पे चर्चा 2020' कार्यक्रम में छात्रों के सवालों के जवाब देते हुए कहा कि छात्रों को खासकर 10वीं और 12वीं के छात्रों को अन्य एक्टिविटी में भी हिस्सा लेना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि पेरेंट्स को भी अपने बच्चों को वो काम करने देना चाहिए जो वे करना चाहते हों।
Mood Off के कारण बाहरी
एक छात्र ने पूछा कि बोर्ड परीक्षा के दौरान मूड ऑफ हो जाता है, कैसे मैं खुद को प्रेरित करूं?
इस पर पीएम मोदी ने जवाब दिया कि मूड ऑफ के कारण ज्यादातर बाहरी होते हैं। जैसे उदाहरण है- आपने अपनी मां से शाम 6 बजे चाय मांगी लेकिन उनको चाय लाने में देरी हो गई। इस पर आप सोचना शुरू कर देंगे। शायद मां को मेरी परवाह ही नहीं है। उन्हें पता भी है कि मेरे बोर्ड एग्जाम है। ऐसी बातें सोच कर आप मूड खराब कर लेते हैं। उन्होंने कहा कि मूड ऑफ इशलिए हो जाता है कि आपने अपेक्षा को अपने साथ जोड़ लिया है। हर व्यक्ति को मोटिवेशन या डिमोटिवेशन से गुजरना पड़ता है और इसके लिए तैयार रहना चाहिए।
गूगल गुरु पर निर्भर हुए बच्चे
सूचना प्रोद्यौगिकी खासकर गैजेट के इस्तेमाल से जुड़े एक अन्य सवाल के जवाब में मोदी ने कहा कि आजकल की पीढ़ी नई-नई जानकारियों को हासिल करने के लिए ‘गूगल गुरु' का जमकर इस्तेमाल करती है। उन्होंने सोशल नेटवर्किंग को आवश्यक बताते हुए कहा कि इसमें समय के साथ विकृति भी आई है। उन्होंने कहा कि तकनीक के बारे में मैं भी विशेषज्ञ नहीं हूं लेकिन इसके बारे में जानने की अपनी लालसा के कारण मैं तकनीक के बारे में पूछताछ करता रहता हूं और इसका मुझे बहुत लाभ मिलता है।'' गैजेट्स के अधिक इस्तेमाल के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि परिवार में या अन्यत्र स्थानों पर अधिकांश लोग गैजेट में लीन रहते हैं। मैं खुद को एक निश्चित समय के लिए प्रतिदिन गैजेट से पूरी तरह से अलग रखता हूं। उन्होंने छात्रों से अपील की कि घर में एक ऐसा कमरा निर्धारित करें जिसमें तकनीक का प्रवेश वर्जित हो। उसमें सिर्फ अपने परिजनों से बातचीत करने का ही विकल्प हो। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से आप देखेंगे कि कितना लाभ मिलेगा।
विदाउट फिल्टर' होगी बात
पीएम मोदी ने कहा कि वे छात्रों के साथ बिना किसी ‘फिल्टर' के बातचीत करेंगे। उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रचलित ‘हैशटेग (#) का जिक्र करते हुए कहा कि छात्रों और उनके बीच होने वाली चर्चा ‘हेशटेग विदाउट फिल्टर' होगी।
विफलता से नहीं डरना चाहिए
एक छात्र के सवाल के जवाब में कहा, ‘‘छात्रों को विफलता से नहीं डरना चाहिए और नाकामी को जीवन का हिस्सा मानना चाहिए। उन्होंने छात्रों को चंद्रयान मिशन की घटना का जिक्र करते हुए छात्रों को बताया कि उनके कुछ सहयोगियों ने चंद्रयान मिशन की लैंडिंग के मौके पर नहीं जाने की सलाह दी थी, क्योंकि इस अभियान की सफलता की कोई गारंटी नहीं थी। मोदी ने कहा कि इसके बावजूद वह ISRO के मुख्यालय गए और वैज्ञानिकों के बीच में रह कर उनका भरपूर उत्साहवर्धन किया।
एग्जाम से पहले अक्सर कई बच्चों को stress हो जाता है, हालांकि उन्होंने याद सबकुछ किया जाता है लेकिन कईयों में इसका फोबिया होता है। कई बार माता-पिता की उम्मीदों पर खरा उतरने का भी तनाव बच्चों पर होता है। ऐसे में परीक्षाओं के दिनों में कैसे खुद को रिलेक्स रखना है इसके टिप्स आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बच्चों को दिए।