पाकिस्तानी ट्रोलर्स सेना ने अब क्रिकेटर अर्शदीप को बनाया निशाना, खालिस्तानी बताकर किया ये झूठा प्रचार

Monday, Sep 05, 2022 - 02:14 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः पाकिस्तान भारत के खिलाफ कुप्रचार का कोई मौका हाथ से नहीं जाने देता। आंतकी हमलों के जरिए भारत विरोधी साजिशें रच रहे पाक ने अब अपनी सोशल मीडिया सेना के जरिए भारत की अखंडता को निशाना बनाना शुरू किया हुआ है। इस साजिश के तहल पाक की ट्रोलर टीम फेक अकाऊंट्स के जरिए जम कर भारत विरोधी प्रचार कर रही है। नुपूर शर्मा मामले में अपनी नापाक करतूतें दिखाने वाले पाक ने अब  भारतीय क्रिकेटर अर्शदीप सिंह को निशाना बना कर झूठा प्रचार शुरू कर दिया है।   

दरअसल, एशिया कप में  भारत अपना सुपर-4 का पहला मुकाबला हार गया। पाकिस्तान के खिलाफ 181 रन बनाने के बाद टीम इंडिया को 5 विकेट से हार मिली। एक समय भारत की जीत तय दिख रही थी लेकिन पाकिस्तान ने दमदार बल्लेबाजी की। भारतीय गेंदबाजों ने अंत में वापसी की लेकिन फिर अर्शदीप सिंह ने आसिफ अली का आसान कैच गिराकर पाकिस्तान की जीत आसान कर दी। इसके बाद फर्जी अकाउंट्स के जरिए पाकिस्तानी ट्रोलर्स ने अर्शदीप क सोशल मीडिया को निशाने पर ले भारत विरोधी प्रचार शुरू कर दिया है।  भारतीय टीम के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने 18वें ओवर में रवि बिश्नोई की गेंद पर आसिफ अली का कैच गिराया। पाकिस्तान टीम में फिनिशर की भूमिका में खेलने वाले आसिफ ने इस समय खाता भी नहीं खोला था।

 

जीवनदान का फायदा उठाते हुए उन्होंने 8 गेंदों पर 16 रन जड़ दिए और पाकिस्तान की जीत लगभग तय कर दी। इस कैच ड्रॉप के बाद अर्शदीप सिंह सोशल मीडिया के निशाने पर आ गए हैं।  अंत में एक गेंद रहते पाकिस्तान मुकाबला जीत गया। कई सोशल मीडिया पोस्ट में उन्हें खालिस्तानी भी बताया जा रहा है।
अर्शदीप सिंह को खालिस्तानी बताने वाले ये फर्जी अकाउंट पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI द्वारा चलाए जा रहे हैं। सोशल मीडिया एक्टिविस्ट अंशुल सक्सेना ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर इसका दावा किया है।

उन्होंने सबूत के तौर पर कई स्क्रीनशॉट भी शेयर किए हैं। नवाब नाम के पाकिस्तानी अकाउंट से लिखा गया कि गद्दार है निकालो इसे बाहिर, पाकिस्तान के पंजाब भेज दो। वहीं पाकिस्तान के पत्रकार डब्ल्यू ए खान ने लिखा- अर्शदीप साफ तौर पर पाकिस्तान द्वारा सपोर्ट किए जा रहे खालिस्तान आंदोलन का हिस्सा है। अर्शदीप सिंह 2019 में अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। उन्हें पाकिस्तानियों ने विकिपीडिया पेज पर भी नहीं छोड़ा। वहां भी उन्हें खालिस्तानी टीम का हिस्सा बता दिया। यह बदलाव पाकिस्तान से किया गया था।

 

आज ISI द्वारा चलाए जा रहे पाकिस्तानी ट्विटर अकाउंट, अरशदीप सिंह को गाली देने और दूसरों को ऐसा करने के लिए उकसाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं। कुछ महीने पहले मोहम्मद शमी मामले में भी ऐसा ही हुआ था। इस मामले में अब कुछ फैक्ट चेकर्स लाखों ट्वीट्स में से चुनिंदा ट्वीट्स को  पकड़ेंगे और बताएंगे कि क्या सच में भारतीयों ने अर्शदीप सिंह को गाली दी और भारत के खिलाफ एक नैरेटिव चलाया या ये पाकिस्तान की चाल है।  पाक की इस करतूत पर बुद्दिजीवियों की मांग है कि इस झूठे प्रचार में जिम्मेदार लोगों और मीडिया को  बेनकाब उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी  चाहिए।  

बता दें कि एक विश्लेषण से पता चला है कि पाकिस्तान   अपनी इस डर्टी गेम के तहत इसके लिए ट्विटर का जमकर इस्तेमाल कर रहा है। पाकिस्तान ने ट्विटर पर एक बड़ी ट्रोल आर्मी खड़ी कर दी है। और, भारत के खिलाफ कोई भी मुद्दा सामने आते ही यह सेना सक्रिय हो जाती है। पाकिस्तान से संचालित होने वाले हजारों ट्विटर अकाउंट भारत के खिलाफ किसी भी मुद्दे को कुछ ही घंटों में अंतरराष्ट्रीय मुद्दे में बदल देते हैं।

Tanuja

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