MEA की रिपोर्ट में खुलासा- पाकिस्तान ने 26/11 हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने में नहीं दिखाई गंभीरता
punjabkesari.in Tuesday, Mar 14, 2023 - 04:44 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA )की वार्षिक रिपोर्ट ने भी पड़ोसी देश की हरकतों की पोल खोल दी है। सोमवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट 2021-22 जारी की जिसमें मंत्रालय ने भारत और पाकिस्तान के द्विपक्षीय संबंधों का जिक्र किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद में कोई कमी नहीं आई है। साथ ही इसमें 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले के पीड़ितों के परिवारों को न्याय दिलाने में इस्लामाबाद द्वारा अभी तक किसी भी प्रकार की गंभीरता ना दिखाने की बात भी कही गई है।
विदेश मंत्रालय ने 2022 की अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि पाकिस्तान भारत को बदनाम करने और अपनी घरेलू राजनीतिक और आर्थिक विफलताओं से ध्यान हटाने के लिए शत्रुतापूर्ण और मनगढ़ंत प्रचार करने में लगा हुआ है। विदेश मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत के आंतरिक मुद्दों पर पाकिस्तान के सभी कार्यों और बयानों को भारत ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है। सभी देशों के बीच एक बड़ी समझ है कि जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इससे जुड़े मामले देश के आंतरिक हैं। अपनी सालाना रिपोर्ट में विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा है कि पाकिस्तान ने 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के परिवारों को न्याय दिलाने में अभी तक गंभीरता नहीं दिखाई है। वह इसे लटकाए रहने की रणनीति में लगा हुआ है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के लगातार यह कहने कि पाकिस्तान 2004 की अपनी प्रतिबद्धता का सम्मान करे और अपनी जमीन या क्षेत्र का भारत के खिलाफ आतंकवाद के लिए इस्तेमाल न करने दे, सीमा-पार से आतंकवाद, घुसपैठ और भारत में एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा में हथियारों की अवैध तस्करी में कोई कमी नहीं आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंधों की इच्छा रखता है। भारत का हमेशा यह प्रयास रहा है कि आतंकवाद और हिंसा से मुक्त माहौल की बजाय मुद्दों को द्विपक्षीय और शांतिपूर्ण तरीके से हल किया जाना चाहिए। साथ ही मंत्रालय ने यह भी कहा है कि इस तरह के अनुकूल माहौल बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है।