आतंकवाद विरोधी एक्सरसाइज के लिए पाक सेना आएगी भारत, पाकिस्तान ने की पुष्टि

Saturday, Aug 13, 2022 - 04:48 PM (IST)

इस्लामाबाद: भारत में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के बैनर तले आतंकवाद विरोधी एक्सरसाइज होने जा रही है। यह अभ्यास भारत और पाकिस्तान के बीच होगा और दोनों देशों के बीच तनाव के बावजूद इस साल के अंत में पाकिस्तानी सेना भारत आएगी। पाकिस्तान ने शुक्रवार को इस बात की पुष्टि की है कि उनकी सेना इस एक्सरसाइज में शामिल होगी। पाकिस्तान और भारत ने पहले एक साथ आतंकवाद विरोधी अभ्यास में हिस्सा लिया है, लेकिन ये पहली बार होगा जब पाकिस्तानी सेना भारत में इस तरह के अभ्यास में हिस्सा लेगी।

 

‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी और भारतीय सैन्य टुकड़ियों ने एक साथ आतंकवाद-रोधी अभ्यासों में हिस्सा लिया है, लेकिन यह पहली बार होगा, जब पाकिस्तान भारत में इस तरह के अभ्यास में हिस्सा लेगा। अखबार  के मुताबिक साप्ताहिक ब्रीफिंग के दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता आसिम इफ्तिखार ने पाकिस्तान के शामिल होने की पुष्टि की। विदेश मंत्रालय ने कहा कि SCO RATS के दायरे में अभ्यास होगा। भारत इस साल SCO RATS की अध्यक्षता कर रहा है।

 

उन्होंने कहा कि ये अभ्यास अक्टूबर में भारत में होगा और चूंकि पाकिस्तान एक सदस्य है तो हम भी हिस्सा लेंगे। दोनों देशों के बीच तनाव के बीच इस कदम को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘यह अभ्यास अक्टूबर में भारत के मानेसर में होगा, और चूंकि पाकिस्तान एक सदस्य है, हम इसमें हिस्सा लेंगे।'' गौरतलब है कि हरियाणा के मानेसर में होने वाले इस अभ्यास में भारत के अलावा रूस, चीन, पाकिस्तान, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान भी भाग लेंगे। 

 
 
2019 में कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद से ही पाकिस्तान के साथ भारत के संबंध तनावपूर्ण हैं। 370 हटने के बाद दोनों देशों के बीच कोई खास बातचीत नहीं हुई है। दोनों देशों के बीच पिछले साल बैकचैनल से सीजफायर को लेकर बातचीत हुई थी। लेकिन रिश्तों में सुधार का कोई भी संकेत देखने को नहीं मिला है। धारा 370 हटने के बाद पाकिस्तान ने  भारत के साथ ट्रेड को बंद कर दिया है।

 

पाकिस्तान में पिछली इमरान खान सरकार की ओर से रिश्तों को सुधारने की कोई कोशिश नहीं हुई। अप्रैल में इमरान की जगह शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री बने, लेकिन उनके सत्ता में आने के बाद भी कोई प्रोग्रेस नहीं दिखी। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि शहबाज शरीफ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच उज्बेकिस्तान के समरकंद में होने वाली शंघाई सहयोग संगठन की बैठक के बीच बातचीत हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर दोनों देशों के पीएम मिलते हैं तो रिश्तों में सुधार हो सकती है।

Tanuja

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