भारत-चीन मामले में कूदा पाक, बोला- "यह PM मोदी के हिंदुत्व शासन का नाटक"

Wednesday, Jun 17, 2020 - 05:31 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः भारत के आंतिरक मामलों में दखलअंदाजी करना पाकिस्तान की पुरानी आदत रही है। अब वह भारत-चीन सीमा विवाद में कूद पड़ा है । चीन की सीमा पर हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि पड़ोसी देश भारत और चीन के बीच बिगड़ते हालातों पर पाकिस्तान की कड़ी नजर है। जियो न्यूज के एक कार्यक्रम में कुरैशी ने कहा कि चीन की वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर विवादित लद्दाख क्षेत्र में वृद्धि की जिम्मेदारी भारत के साथ है इसलिए भारत में सड़क को वहां सड़क निर्माण नहीं करना चाहिए था।

कुरैशी ने कहा कि भारत ने दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) के मंच को बेकार कर दिया और अब किसी पड़ोसी के साथ उसके अच्छे संबंध नहीं हैं। उन्होंने कहा, "यह नरेंद्र मोदी के हिंदुत्व शासन का नाटक है और इसे शानदार जवाब मिलेगा।"  उन्होंने कहा कि  दोनों पड़ोसी राष्ट्रों के बीच लंबे समय तक संघर्ष और 1962 में एक युद्ध देखा गया है। वहीं भारत ने आज फिर से अतिक्रमण किया। चीन ने बातचीत और रणनीति के माध्यम से स्थिति को हल करने के लिए मौजूदा तंत्र का उपयोग किया। भारत ने ये सब जारी रखा और अब उसने 20 सैनिक गवां दिए हैं।

उन्होंने कहा कि रणनीतिक क्षेत्रीय संबंधों में बाधा डालते हुए, नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार से गोलीबारी कर भारत कश्मीरियों को शहीद कर रहा है, एलएसी पर चीन के साथ उलझा है, नेपाल के साथ संघर्ष शुरू कर दिया है, नागरिकता (संशोधन) का उपयोग कर बांग्लादेश को परेशान कर रहा है, और श्रीलंका के साथ भी विवाद है। उन्होंने कहा कि लोगों को भारत की विदेश नीति के बारे में लोगों में उत्सुकता थी, लेकिन देखते-देखते ये देश अलग-थलग पड़ गया है।

कुरैशी ने कहा किबता दें कि बीते मंगलवार को पूर्वी लद्दाख में गालवान घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए हैं। सरकार के सूत्रों से हवाले इस बात की जानकारी मिली है। हालांकि चीन की क्षति के बारे में सटीक संख्या की जानकारी नहीं दी गई है। कहा है कि गया है कि चीन को भी नुकसान का सामना करना पड़ा है। 40 से अधिक सैनिक या तो मारे गए हैं या फिर घायल हैं।

Tanuja

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